दरभंगा से कौशल कुमार मिश्रा की रिपोर्ट-
दरभंगा – रविवार को लहेरियासराय स्थित मिथिला स्टूडेंट यूनियन कार्यालय पर मकर संक्रांति मिलन समारोह के उपलक्ष्य में सेकड़ो एमएसयू और मिथिलावादी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद हुए जहाँ पर मिथिलावादी पार्टी के विस्तार हेतु चर्चा परिचर्चा किया गया मिथिलावादी पार्टी का उद्देश्य सशक्त-समृद्ध मिथिला का राजनीतिक उदय करने के लिए हुआ है। दशकों से मिथिला विरोधी मानसकिता की सरकारों ने मिथिला के साथ छल किया है यह बाते एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य मोहन ने कहा हैं वहीं एमएसयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहा मिथिला में संसाधनों की कमी नहीं है। पर सरकारी उदासीनता की वजह से चीनी मिल, कागज उद्योग, जूट मिल, सूत मिल आदि बंद पड़े हैं। हजारों मजदूर 22 साल से मजदूरी के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि मिथिलावादी पार्टी मधुबनी व दरभंगा की सभी और सहरसा, सुपौल व समस्तीपुर में दमदार उम्मीदवार उतारेगी एमएसयू का राजनितिक विकल्प मिथिलावादी पार्टी हैं मिथिलावादी पार्टी के दरभंगा जिला अध्यक्ष सीए अजीत झा ने कहा कि मिथिला क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। यहां के युवा कौशलयुक्त श्रेष्ठ उद्यमी हैं, परंतु जितनी भी संभावनाएं थीं उसे इन अविकसित सोच के पटना व दिल्ली बैठे निरकुंश नेताओ ने नष्ट करने का काम किया है। जन-जन से सरोकार रखने वाले युवा अब विधानसभा जाकर मिथिला के मुद्दों को मुखर होकर रखने का काम करेंगे बैठक को सम्बोधित करते हुए अनूप मैथिल ने कहा लोग पलायन क्यों करते हैं, वास्तव में यह चुनावी मुद्दा होना चाहिए। 1990 के बाद से बिहार में कोई भी नया उद्योग नहीं लगा। नए उद्योग की तो बात छोडि़ए जो थे वो भी तेजी से बंद होते गए। चाहे सकरी चीनी मिल हो, दरभंगा स्थित अशोक पेपर मिल हो या बेगूसराय के आसपास के कई उद्योग। केंद्र सरकार की जो मिथिला विरोधी मंशा और कुदृष्टि है इसे दूर करने के लिए मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए सकारात्मक सोच के साथ पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में प्रबल दावेदारी के साथ उतरेगा।
मिथिलावादी पार्टी के सदस्य व अभिभावक उग्र नाथ मिश्रा ने कहाँ मिथिलावादियों ने पिछले 5 वर्ष में गली से दिल्ली तक, सड़क से जेल तक संघर्ष करने का काम किया है। इस संघर्ष के माध्यम से हमलोगों ने सरकार तक अपनी मांगे पहुंचाने का हर लोकतांत्रिक प्रयास किया। लेकिन सत्ता के नशे में मदहोश वर्तमान सरकार ने लगातार मिथिला के लोगों को अपमानित किया। प्राइमरी लेवल से हायर एजुकेशन तक हालात बद्तर है। कॉलेज में प्रोफेसर नहीं हैं,अस्पताल में डॉक्टर नहीं हैं पुस्तकालय में पुस्तक नहीं है,सभी कार्यालय में अवैध वसूली चरम पर है। इन सब मुद्दों से त्रस्त जनता के बीच हमलोग जाएंगे बेनीपुर से नवनिर्वाचित मिथिलावादी जिला परिषद सागर नवदिया ने दर्जनों मिथिलावादी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष का घोषणा करते हुए उन्हें प्रसस्ति पत्र सौंपा और एमएसयू और मिथिलावादी पार्टी में सामंजस्य बनाते हुए आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव तक संगठन को मजबूत करने का लक्ष्य रखा हैं बैठक का धन्यवाद ज्ञापन मिथिलावादी पार्टी के सदस्य गुलफाम रहमानी ने दिया
इस मौके पर प्रशांत झा विद्या भूषण राय गोपाल चौधरी अमन सक्सेना शिवेंद्र वत्स अभिषेक कुमार झा रामशंकर झा अर्जुन कुमार विकाश चौधरी अनीश मिश्रा अविनाश कुमार सुधांशु कुमार नवीन सोनी विकाश मैथिल नीरज भारद्वाज धर्मेन्द्र कुमार प्रसून चौधरी ऋतू राज विनय ठाकुर उदय नारायण झा संजय पंडित आदि मौजूद रहे।
updated by gaurav gupta