जब अस्पताल अपना तो क्यूं सुनूं किसी की,कुछ इसी तर्ज पर कर्मी करते हैं वाहनों की पार्किंग
फराटे भरते वाहनों के ध्वनि से होती है मरीजों को परेशानी, समाधान नहीं
भरगामा से अंकित सिंह की रिपोर्ट
अररिया– जिले के भरगामा सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुविधाओं का कितना ख्याल रखा जा रहा है,इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रात तो रात दिन में भी अस्पताल के वार्ड पार्किंग बन जा रहे हैं,भरगामा प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरकारी अस्पतालों के वार्ड से लेकर गैलरी सहित हर जगह वाहन पार्किंग बनी हुई है,इलाज कराने आने वाले मरीजों के साथ अस्पताल के ही कर्मचारी खिलवाड़ कर रहे हैं,उनकी जान को जोखिम में डालने में पीछे नहीं हट रहे हैं,अस्पताल परिसर में जहां भी डॉक्टरों के कर्मचारियों को जगह मिलती है वहां वाहन पार्क कर दिये जाते हैं,जबकि यह नियमों के विरुद्ध है,अस्पताल के कर्मी फराटे से अपनी बाइक को चलाकर अस्पताल के अंदर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय के ठीक बगल में पहुंच जाते हैं, व अपने वाहनों को ड्यूटी स्थल के आस-पास ही खड़ा कर देते हैं।
पार्किंग का नहीं करते इस्तेमाल।
अस्पताल के अंदर वार्डों तक बाइकों पहुंचने के साथ गंदगी भी पहुंच जाती है,जिससे संक्रमण का भी पूरा खतरा बना हुआ है,ऐसा नहीं है कि अस्पताल के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है लेकिन वह भी कोई कार्रवाई नहीं कर पाते हैं,अस्पताल परिसर में वाहन खड़ा करने के लिए पार्किंग स्थल भी है,लेकिन अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ ने अपना व्यक्तिगत पार्किंग स्थल अलग से बना रखा है,वे पार्किंग एरिया में अपने दोपहिया वाहनों को खड़ा करना मुनासिब नहीं समझते हैं।
फैलते संक्रमण से मरीजों को नुकसान।
तेज रफ्तार में हॉर्न बजाते हुए जब बाइक दौड़ाते हुए अंदर तक लायी जाती है तो मरीजों को परेशानी होती है,ध्वनि प्रदूषण के अलावा संक्रमण भी वाहनों के साथ मरीजों के पास तक पहुंचता है,कई बार स्थिति इन वाहनों की वजह से इतनी विकट हो जाती है कि अस्पताल में आने वाले मरीज को स्ट्रेचर से भी पहुंचाने में दिक्कत होती है,बाइक खड़ी होने से स्ट्रेचर को ले जाने से पहले वाहनों को हटाना भी मुनासिब नहीं समझा जाता है,अस्पताल के कर्मचारी व डॉक्टर अस्पताल के अंदर ही अपने वाहनों को खड़ा करने में अपनी शान समझते हैं।
करेंगे कार्रवाई
अगर ऐसी बात है तो मैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कॉल करता हूं, बेहोशी हालत में रहते हुए बाइक को जहां-तहां पार्किंग करने वाले डॉक्टर एवं कर्मचारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर एमपी गुप्ता,सीएस।