जहानाबाद को सूखाग्रस्त घोषित करने एवं महंगाई, बेरोजगारी आदि मुद्दों पर 7 अगस्त को होगा विशाल प्रदर्शन।
जहानाबाद/बिहार(संवाददाता अनिल कुमार गुप्ता) – भाकपा माले काको प्रखंड समिति का नौवां सम्मेलन काको बाजार में मोहम्मद तौकीर आलम सभागार में संपन्न हुआ। प्रखंड सम्मेलन का उद्घाटन स्थानीय विधायक कामरेड रामबली सिंह यादव ने किया। सम्मेलन स्थल पर झंडोत्तोलन एवं तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ सम्मेलन शुरू हुआ। सम्मेलन में पर्यवेक्षक कामरेड अरुण बिंद, राज्य कमेटी सदस्य की देखरेख में सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में बतौर अतिथि जिला सचिव कामरेड श्रीनिवास शर्मा, जिला कमेटी के सदस्य कामरेड प्रभात कुमार शामिल हुए।
5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल कामरेड रेनू देवी, कामरेड शौकीन यादव, कामरेड प्रताप दास, कामरेड विनोद कुमार भारती, कामरेड मिट्ठू विश्वकर्मा द्वारा सम्मेलन का संचालन किया गया। सम्मेलन में 15 सदस्य प्रखंड कमेटी का चुनाव किया जिसमें कामरेड विनोद कुमार भारती को सर्वसम्मति से पुनः प्रखंड सचिव चुना गया। कामरेड रेनू देवी, कामरेड कंचन देवी, कामरेड मीठ्ठू विश्वकर्मा, कामरेड प्रताप दास ,कामरेड भरत प्रसाद, कामले सतीश चौधरी, कामरेड उदय पासवान, कामरेड रामेश्वर मांझी आदि प्रमुख नेतागण कमेटी सदस्य के रूप में चुने गए।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कामरेड रामबली यादव ने कहा कि किसान, बटाईदार पानी के बिना हाहाकार कर रहे हैं।खेतों में पानी नहीं है। पीने का पानी के संकट से दलित,पिछड़े और दर्जनों गांव के लोग जूझ रहे हैं लेकिन आजादी के 75 वर्षों के बाद भी ना खेती के लिए और ना पीने के पानी का प्रबंध करने में केंद्र और राज्य सरकारें दिलचस्पी ली है। 8 सालों से केंद्र के मोदी-शाह सरकार सिर्फ और सिर्फ दंगा फसाद की खेती कर रही है इसलिए खेती, व्यवसाय, रोजगार सबकुछ चौपट हो गया । चरम बेरोजगारी और महंगाई जानलेवा साबित हो रही है ।17 सालों से बिहार की सत्ता पर काबिज बिहार की नीतीश सरकार को नीति आयोग ने आईना दिखाया है। 51.9% बिहार वासी भारी गरीबी में जी रहे हैं।अपने हक अधिकार के लिए आवाज उठाने वाले नौजवानों, किसानों, छात्र और बुद्धिजीवियों महिलाओं आदि पर मोदी सरकार दमन चला करके चुप कराना चाहती है।
सम्मेलन में क्रांति दिवस के अवसर पर महागठबंधन के आह्वान पर 7 अगस्त को बड़ी संख्या में किसान मजदूरों को शामिल होने का संकल्प लिया ।
भाजपा की मोदी सरकार पुनः कंपनी राज स्थापित करना चाहती है। इसलिए एक बार फिर कारपोरेटों से आजादी के लिए बड़ी लड़ाई लड़ना है।
updated by gaurav gupta