जहानाबाद/बिहार(संवाददाता अनिल कुमार गुप्ता) – भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कामरेड चारू मजूमदार के 50 वां बरसी पर जिला में के दर्जनों पंचायतों में शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जहानाबाद पार्टी जिला कार्यालय, दमुहां,बरावां,मनियावां, लरसा, किनारी, सुरूंगापुर,मांदेविगहा, रतनी, मखदुमपुर, डकरा, सुमेरा, मलाठी, बेलावीर्रा,सोलहंडा, माले कार्यालय घोसी, कुर्रे,साहोविगहा, परावन, शाहपुर माले कार्यालय मोदनगंज , माले कार्यालय हुलासगंज, तीर्रा, बौरी,कोकरसा,केउर,दावथु आदि पंचायतों में कार्यकर्ता कन्वेंशन संपन्न हुआ। इसमें कामरेड चारू मजूमदार सहित तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कामरेड चारू मजूमदार के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि करने वालों में घोसी विधायक का रामबली सिंह यादव, किसान महासभा के राज्य सचिव कामरेड रामाधार सिंह, माले जिला सचिव श्रीनिवास शर्मा, कुंती देवी, राज्य कमेटी सदस्य कामरेड अरुण बिंद, जहानाबाद प्रखंड सचिव कामरेड हसनैन अंसारी, कामरेड अरुण सिंह यादव, कामरेड दिनेश दास, काको प्रखंड सचिव कामरेड विनोद भारती, कामरेड वितन जी, कामरेड प्रदीप कुमार, मखदुमपुर प्रखंड सचिव कामरेड सत्येंद्र रविदास, कामरेड शिवरतन सिंह, कामरेड वसी अहमद, कामरेड गणेश दास, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड मुकेश पासवान, हुलासगंज प्रखंड सचिव कामरेड प्रभात कुमार, कामरेड दिलीप बिन्द, कामरेज उद्रेश पासवान, कामरेड लल्लन किशोर आजाद कामरेड रेनू देवी कामरेड प्रेमचंद मांझी कामरेड ललन साव अशोक कुमार साहू आदि नेतागण मुख्य रूप से शामिल हुए।

विभिन्न पंचायतों में श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि कामरेड चारू मजूमदार मजदूर-किसान ,मेहनतकशों के अधिकार और राज सत्ता बनाने के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करते हुए शहादत दिया है। मोदी राज में मजदूरों, किसानों, छात्र नौजवानों, आदिवासियों के अधिकार सरेआम छीन कर कारपोरेट्स के हवाले किया जा रहा है। आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद भी मेहनत करने वाले गरीबों को रहने के लिए घर भी नसीब नहीं है । आज जहानाबाद जिला के सैकड़ों गांवों में लोग पानी का किल्लत झेल रहे हैं। किसान और बटाईदार त्राहिमाम कर रहे हैं। महंगाई और चरम बेरोजगारी से आम आवाम का जीना दुश्वार हो गया है। मोदी सरकार दंगा फसाद और घृणा का कारोबार कर रही है।

नेताओं ने महंगाई, बेरोजगारी जहानाबाद जिला को सूखाग्रस्त घोषित करने, पेयजल और तमाम मजदूरों को काम का इंतजाम करने, किसानों बंटाईदारों को अनुदान देने ,खेती के लिए मुफ्त बिजली आदि मुद्दों पर 7 अगस्त 2022 को आयोजित प्रदर्शन व आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया है।।

updated by gaurav gupta 

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