कांडी(संवाददाता-विवेक चौबे) – प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम-हरिगावां में तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महिलाओं ने इस पर्व पर दिन भर उपवास रखा।
इसके बाद स्नान, सोलह सृंगार कर शिव व पार्वती जी की भावभक्ति ,आस्था पूर्वक फल- फूल अर्पित कर पूजन अर्चना कीं।बताते चलें कि यह पर्व प्रत्येक वर्ष भाद्रपद की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
इस पर्व पर उपस्थित महिलाओं ने अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए शिव पार्वती जी से प्रार्थना कि।
यहां महिलाओं ने हरतालिका तीज का पर्व बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया।
यूं तो पति के दीर्घायु होने और उनकी रक्षा के लिए धर्मशास्त्रों में कई व्रत-त्योहारों का जिक्र है, लेकिन इनमें सबसे अधिक महत्ता तीज व्रत का है।
आज के दिन महिलाएं अपने पतियों के लिए निर्जल व्रत रखती हैं।
इस अवसर पर सभी व्रती महिलाएं हरितालिका तीज कथा भी सुनी।
बताते चलें कि तीज में महिलाओं के श्रृंगार का खास महत्व होता है।
पर्व नजदीक आते ही महिलाएं नई साड़ी, मेहंदी और सोलह श्रृंगार की सामग्री जुटाने लगती हैं।
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, इस पर्व की परंपरा त्रेतायुग से है।
इस पर्व के दिन जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति और पुत्र के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।धार्मिक मान्यता है कि पार्वती की तपस्या से खुश होकर भगवान शिव ने तीज के ही दिन पार्वती को अपनी पत्नी स्वीकार किया था।
मौके पर-सरिता देवी,अन्नपूर्णा देवी,निर्मला देवी,संजू देवी,किरण देवी,रीमा देवी,ज्ञानति देवी,सुनारपतिया देवी सहित काफी संख्या में व्रती उपस्थित थीं। updated by gaurav gupta