जहानाबाद/बिहार(संवाददाता अनिल कुमार गुप्ता) – जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में नगर परिषद, नगर पंचायतों में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन कर जहानाबाद जिले के शहरी विकास हेतु कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
जिला पदाधिकारी द्वारा नगर निकायों में संचालित हर-घर नल का जल निश्चय योजना, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन/ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, AMRUT, मौनसून अवधी में जल निकासी, नालों की साफ-साफई, आयोजन क्षेत्र, सम्राट अशोक भवन, वेंडिंग जोन इत्यादि की समीक्षा की गई। जिला पदाधिकारी ने जिले में प्लानिंग एरिया (आयोजन क्षेत्र) बनाने तथा भवनों के नक्शों को नगर परिषद/नगर पंचायत से पास कराने को प्राथमिकता पर रखना सुनिश्चित करने हेतु स्पष्ट निदेश दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा शहर को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए अवैध रूप से संस्थापित प्रतिष्ठानों को हटाने का निदेश दिया गया तथा नियम के विरुद्ध सरकारी भूमि को उपयोग में लाने के लिए सरकारी धन के क्षति होने की स्थिति में अवैध प्रतिष्ठानों से वसूली करने का निर्देश दिया गया।
इसके साथ हीं कचड़ा फैलाने, खुले में शौच, थूकना, सिंगल प्लास्टिक/ थर्मोकाॅल उपयोग इत्यादि पर जुर्माना लगाने तथा प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। इसके साथ हीं विभिन्न बीमारियों के रोक-थाम हेतु खाद्य पदार्थ, फल-सब्जी इत्यादि को खुले में नहीं बेचने को सुनिश्चित कराने हेतु निर्धारित कार्य योजना के तहत कार्रवाई करने का निदेश दिया।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने वेंडिग जोन एवं पार्किंग जोन के लिए नगर परिषद क्षेत्र में स्थल चिन्हित करने के लिए कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद को निदेश दिया। जिले में पूर्व से इकट्ठा कचड़े को पूरी तरह डिस्पोजल कराने का निदेश दिया गया। चूंकि 01 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। अतः प्रतिबंध को प्रभावी रूप से लागू करने हेतु आवश्यक कार्रवाई तथा जूट/बायोडिग्रेडेवल सामग्री के उपयोग करने का प्रचार-प्रसार कराने का निदेश दिया गया। जिले में जिन प्रतिष्ठानों यथा- कार वासिंग स्टेशन, आर.ओ. प्लांट इत्यादि पर पानी की बर्बादी होती है, उन पर निगरानी रखने का निदेश दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में लाभुकों को ससमय भुगतान करने का निदेश दिया गया। ठोस, अपशिष्ट प्रबंधन हेतु लैंडफिल साईट चिन्हित करने का निदेश दिया तथा डोर-टू-डोर गीला और सूखा कचड़ा का पृथककरण करने का निदेश दिया। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद के कार्यशैली पर असंतोष तथा नाराजगी व्यक्त करते हुए शहर की साफ-सफाई, स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था तथा आगामी बारिश में नालों की उड़ाही, होलडिंग टैक्स, शाॅप रेंट, फौगिंग कराना, खुले में कचड़ा जलाने पर रोक इत्यादि को नगर के विकास के लिए प्राथमिकता पर रखते हुए सक्रिय रूप से सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। प्रभारी पदाधिकारी, जिला विकास शाखा को नगर परिषद कार्यालय के प्रबंधन एवं कार्यो का अनुश्रवण करने का निदेश दिया। जिला पदाधिकारी ने शहरी पार्क एवं शौचालयों को सुव्यवस्थित कराते हुए ठीक तरीके से संचालित कराने का निर्देश दिया।
updated by gaurav gupta