चंदौली(उत्तर प्रदेश) – प्रकाशनार्थ 04.01.019 प.दीनदयाल उ.नगर राम लक्षमि पैलेस लॉन में चल रहे सात दिवसीय संगीत मय
श्रीमद भागवत कथा के समापन के अवसर पर विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर हरिद्वार से आये कथावाचक श्रध्देय श्री विनोद सुन्द्रियाल जी ने प्रसाद के बारे में बताया कि।प्र.का अर्थ प्रभु , शा.का अर्थ साक्ष।त , द. का अर्थ दर्शन , जिसे हम सब प्रसाद कहते है। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाया गया भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यो के लिए प्रसाद बन जाता है। ततपश्चात कार्यकम आयोजक महेश जायसवाल जी ने अपने माता पिता की स्मृति में 2 विल चेयर व 50 कम्बल श्री ब्रजेश कुमार जी उप निरीक्षक रेलवे शुरक्ष। बल वेस्ट पोस्ट को दिया कम्बल को जरूरत मन्द , गरीब , असहाय लोगो में बाटने तथा विल चेयर असहाय लाचार यात्रियों की मदद हो सके ये शुभ कार्य मुख्य अतिथि श्री सन्तोष खरवार जी न. पा. प. चेयरमैंन के कर कमलो द्वारा किया गया। भण्डारे में बैठकर चेयरमैंन जी के साथ कई सम्मान्नित ब्यक्तियों ने प्रसाद चखा तथा कार्यक्रम आयोजक द्वारा कई गरीब जरूरत मन्द लोगो को कम्बल भी वितरण किया गया।भण्डारे में कलाकारों द्वारा सुर मधुर भजन प्रस्तुत किया जा रहा था। उपरोक्त कार्यकम व भण्डारे में मुख्य रूप से कार्यकम आयोजक महेश जायसवाल, पत्नी प्रीति जायसवाल , पुरुषोत्तम सिंह , भजन गायक अशोक सिद्धार्थ केसरवानी , शादाब अशरफ , रमेश यादव , भानु तिवारी , विश्व्नाथ गुप्ता , राजेंद्र यादव , मनीष जायसवाल , जवाहर लाल , प्रभात , शिवकुमार निगम , अंगद जायसवाल , ओमप्रकाश गुप्ता , रामबचन , रमेश , शुनील जायसवाल सहित काफी संख्या में भक्तगणों ने सहयोग प्रदान किया व शामिल थे।
वांलिटयर सदस्य – आनन्द त्रिपाठी चंदौली उत्तर प्रदेश, updated by gaurav gupta