मऊरानीपुर (झाँसी) – नगर में 27 अक्टूबर को शनिवार के दिन महिलाओं ने अपना करवा चौथ का व्रत बडे रोचक , उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया। जिसमें महिलाओं ने पूजा अर्चना के साथ अपने करवा चौथ के व्रत को रखा। जिससे उनके पति दीर्घायु को प्राप्त हो। पूरे नगर में करवा चौथ का उत्साह महिलाओं में जबरदस्त तरीके के साथ देखा गया। जिसमें महिलाओं ने कई दिन पूर्व से ही करवा चौथ की तैयारियाँ कर रखी थी। जिससे उन्हें करवा चौथ के दिन किसी भी चीज का इंतजार न करना पडे। यह करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलायें अपने जीवन साथी पति देव की लम्बी उम्र के लिये रखती है। जिससे उनके पति न ही किसी भी समस्या रुपी संकट में कभी भी आये और न ही उन्हें किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी झेलनी पडे। साथ ही इनकी आयु को और भी लम्बी होने का प्रतीक यह करवा चौथ का व्रत होता है। इसी के साथ महिलाओं ने शिव, पार्वती, गणेश जी की पूजा करके होम अर्ध्य के साथ आरती भी की। आरती के बाद चाँद का इंतजार भी किया। जैसे ही चाँद दिखा वैसे ही महिलाओं ने अपने- अपने पति देवता की पूजा अर्चना के साथ उन्हें छलनी में देखा। इसी के साथ पति देवता ने भी अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उनका व्रत तुडवाया। फिर महिलाओं ने अपने पति के पैर छुये। कारण कि वर्ष में एक ही दिन ऐसा होता है कि जिस दिन महिलायें अपने- अपने पति देव की पूजा करती है। फिर तो वर्ष में व्रत रहने वाली अधिकांश महिलायें अपने पति की बात न सुनकर उनको झाडती हुयी भी देखी जाती है। ये करवा चौथ के अवसर पर अपने पति को एक देवता मानती हुयी देखी जाती है इसके बाद साल भर पति को उनकी सेवा करना पडती है। इस दिन सुहागिन महिलायें नये -नये वस्त्रों को ग्रहण करती है। इस दिन ये अपने पूरे वस्त्रों को नया रुप देती है। साथ ही हाथों में मेंहन्दी की चमक भी अपने पति देव को देती है। अन्त में दोनों लोग पत्नी के द्वारा बनाये गये भिन्न- भिन्न व्यंजनों को अपने परिवार के साथ खाते हुये देखे गये। यह व्रत नगर के अधिकांश घरों में यह सुहागिन महिलाओ का पर्व बडे धूमधाम तरीके के साथ मनाया गया। रिपोर्ट_सौरभ भार्गव अनुभवी आँखें न्यूज मऊरानीपुर । updated by gaurav gupta