(नई दिल्ली ) द्वारका मोड़ से एन एस आई टी द्वारका की ओर महज डेढ सो मीटर की दूरी पर स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड रही है। द्वारका सिटी आज के दौर में मॉर्डन सिटी के रूप में उभर के आई है पर वहां एस डी एम सी के बोर्ड को मुंह चिढाती कूड़े के ढेर पड़े है , सड़को पर इस तरह कूड़ा फैला हुआ की आप वहा से जल्दी गुजरने की हिमाकत भी नहीं कर सकते , आये दिन नगर वासियो की तरफ से कूड़ा वही डाला जाता है जिससे गन्दगी तो फ़ैल ही रही है और उनसे पैदा होने वाली दुर्गन्ध ने आने जाने वालो को परेशान कर रखा है , बात अगर एस डी एम सी के बोर्ड की करे तो वो भी इन कूड़े की सफाई करने में असमर्थ साबित हो रहे है , जनता भी पीएम मोदी के अथक प्रयास को निर्रथक साबित करने पर लगी है। जनाब यह ईंडिया है। लोग जल्दी नही समझते। आखिर क्यों , कचरा फेंक कर बीमार पडेंगै और फिर दोष भी सरकार को ही देंगे। यह हालत है दिल्ली की जनता की, स्वच्छ भारत अभियान निरंतर फेल करती नजर आ रही है दिल्ली की यह प्यारी और जुझारू जनता , हमे भी यह बाते समझनी चाहिए की यह भारत और यह दिल्ली राज्य हमारा है इसे साफ़ रखने की जिम्मेदारी हमारी है लेकिन फिर भी हम क्यों इन सब से मुँह छुपाते है और वही कार्य करते है जो हमे नहीं करना चाहिए, सोच को बदलना होगा कहते है की जंहा कुत्ता बैठता है वो भी अपनी पुंछ से जमीन साफ़ कर लेता है पर हम तो इंसान है , हम कितना भी आरोप सरकार पर लगाए परन्तु जब तक दिल्ली की जनता नहीं सुधरेगी तब तक सफल हम नहीं हो पाएंगे चाहे हम कितना भी स्वच्छ भारत का नारे लगा ले हमे मिलकर कर यह बीड़ा उठाना पड़ेगा तभी हम सब इस मिशन को पूरा कर पाएंगे! ………….ब्यूरो रिपोर्ट अनुभवी आँखें न्यूज़ दिल्ली

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