सहरसा – जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव ने कहा है कि हर चुनाव में छात्रों के मुद्दे को नेता लोग क्यों गुम कर देते है।आखिर छात्रों का मुद्दा चुनाव मुद्दा क्यों नही बन पाता है।आज देश के लगभग 65% आवादी 35 साल से नीचे के युवा की है फिर भी छात्रों और युवाओ की मुद्दे को क्यों नही तहजीब दिया जाता है।
पुनपुन यादव ने कहा कि भारत मे ये दुर्भाग्य है कि आज 65 % की आवादी पर किसी नेता या पार्टी का ध्यान नही जाता है।
हर पार्टी युवा को चुनाव में तरह तरह के मुद्दे से भटका देते है।जाती और धर्म के विष में घोलने का प्रयास कर देते है जिसके कारण आज तक छात्रों और युवाओ की बात को चुनावी मुद्दे से नही जोड़ा गया है।
पुनपुन यादव ने छात्रों और युवाओ से अपील किया है इन नेता और पार्टी के विचार से ऊपर उठ कर अपनी वोट का प्रयोग करे ताकि लोकतंत्र मजबूत हो सके।अच्छे सरकार को अपनी महत्वपूर्ण वोट को प्रयोग करे।
आज बिहार में शिक्षा और रोजगार पर कोई बात करने को तैयार नही है।आखिर क्यों ?क्या कारण है रोजगार और शिक्षा पर चुनाव लड़ा नही जा रहा है।हिन्दू-मुस्लिम के मुद्दे पर कब तक राजनीति होता रहेगा ?
शिक्षा को लेकर कोई भी पार्टी वोट क्यों नही माँगती है ?
अभी बिहार में तीन चरण का वोटिंग हुआ है लेकिन कही भी छात्रों और युवाओं के मुद्दे को किसी नेता और पार्टी ने नही उठाने का काम किया है।इस से बिहार के युवाओं को भी समझने की जरूरत है।बेरोजगारी आज किसी से छुपी नही है फिर भी बड़े बड़े घोषणा करके सरकार में बेठे लोग गुमराह करने लगता है।
बिहार के हर परीक्षा में धांधली किया जा रहा है ।छात्रों के भविष्य के साथ एक प्रकार से खिलवाड़ किया जा रहा है। रंजीत राणा कि रिपोर्ट, updated by gaurav gupta

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