जानकीनगर(पूर्णियां) – रामपुर तिलक पंचायत के मुखिया सूर्यनारायण महतो के यहा दो दिवसीय विराट संतमत सत्संग ध्यान अधिवेशन के दौरान रामपुर तिलक में गुरुवार को सत्संग के आखिरी दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। पंडाल के अलावे श्रद्धालु खुले मैदान व सड़कों के किनारे खड़े होकर प्रवचन सुन रहे थे। बुधवार को ध्यानाभ्यास से सत्संग प्रारंभ हुआ। सायंकालीन सत्र में आयोजित भजन कीर्तन, सदग्रंथ पाठ व प्रवचन कार्यक्रम मैं प्रवचन कर्ता बालयोगी आशीष आनंद जी महाराज, ज्ञान प्रकाश शास्त्री एवं अन्य महात्मा गण के द्वारा प्रवचन दिया गया। गुरुवार को भी दो सत्रों में आयोजित समारोह के दौरान स्वामी बालयोगी आशीष आनंद जी महाराज ने कहा कि जो अपने धर्म का पालन नहीं करता वह मनुष्य नहीं। बोले कि दुख किसी को प्रिय नहीं होता, दुख आने पर लोग अपने पास मौजूद साधन से उसे दूर करने का प्रयास करता है, फिर भी सुख और दुख का चक्र जीवन में चलता ही रहता है। स्वामी ज्ञान प्रकाश शास्त्री एवं अन्य महात्माओं ने भी सभी दुखों और कष्टों के निवारण का एक ही उपाय प्रभु भक्ति पर जोर दिया। ज्ञान कथा यज्ञ स्थल पर सर्व धर्म समन्वय का अनूठा उदाहरण देखने को मिला। भीड़ इतनी थी कि सत्संग स्थल पर बनाया गया पंडाल भी छोटा पड़ गया। धार्मिक जय-जयकार से पूरा रामपुर तिलक पंचायत गुंजायमान हो उठा। यहां मुखिया सूर्य नारायण महतो के द्वारा भक्तों के ठहराव, भोजन, पेयजल की विशेष व्यवस्था की गई थी।वांलिटयर सदस्य – लालमोहन आनंद, updated by gaurav gupta