मऊरानीपुर (झाँसी) – मौन साधना का 33 वाँ वार्षिकोत्सव प्रभात फेरी निकालकर दो दिवसीय मनाया गया। कार्यक्रम की श्रंखला में यज्ञ का कार्यक्रम किया गया। इसी के चलते हाफिज रहमान अली नगारा देहली के नेतृत्व में हुक्म खुदा की गवाही में मसीह बरेली के सक्रिय सेवा सहयोग से नगर के राष्ट्रीय मौन साधना केन्द्र नदी किनारे तट पर सर्वधर्म सम्भाव के तुमुलन्नाद के साथ विराट मौन साधना महासम्मेलन का 33 वाँ वार्षिकोत्सव 10 बजे से प्रारम्भ हुआ।

जिसमें पं. रघुवीर शरण यज्ञाचार्य के द्वारा दसों दिशाओं तथा सभी धर्मो के पूजन आहवान के साथ सर्व सिद्व विश्व एकता यौगिक कार्यक्रम आसन प्रधान ध्यान सत्कारों के साथ आगे बढा। कोलकाता के डॉ. योगेश्वर ने जनहित में वैज्ञानिक प्रमाणों के साथ मौन साधना की। सभी को निः शुल्क योग चिकित्सा उपलब्ध कराई गई। मौन योग के प्रमाण स्वरुप एम. डी. यादव जन्मान्ध ने बताया कि इसके द्वारा उनकी दृष्टि वापस आ गई है। डॉ. हबीबुर्रहमान वराणसी ने कहा कि सर्वधर्म सर्व समाज के लोगों को शंख ध्वनि के साथ सामूहिक एकता मौन प्रार्थना कर शाम को आयोजन किया। प्रो. जे. पी. ओझा ने कहा कि सर्व सिद्वि करने वाली मौन सभा है। सैयद हसन मुहम्मद छतरपुर ने सर्वजाति सर्व समाज एकता मीटिंग का आयोजन करते हुये बताया कि बिना विश्व एकता की सामूहिक मौन प्रार्थना के सच्ची शान्ति व ईमान की प्राप्ति असम्भव है। हरिजन समाज प्रभारी मौन योगी अनिल गौहर , अल्प संख्यक मौन साधना समाज के अध्यक्ष पीट जॉन नवीमुहम्मद, आर्य समाज प्रभारी ज्ञानी विवेक जी ग्वालियर, सर्वसमाज मौन साधना संचालक डॉ. सुनीत वियोगी महोबा ने राष्ट्र एकता विश्व एकता सर्वधर्म , सर्व समाज एकता पर बल दिया। तथा प्रतिज्ञा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम लगातार 48 घण्टों में सम्मोहक अध्यात्मिक योग कि रहस्येदघाट्न व दिव्य दर्शनों के साथ चलता रहा। राष्ट्रीय मानवाधिकार प्रभारी दिलीप सरावगी ने सपरिवार स्वागत व्यवस्था की। और जिम्मेदारी सम्भाली। स्थानीय मौन साधिका व साधक गणों में डॉ. सुनीता बहिन, वेद जी पाण्डेय, दयाराम रजक, मानिक अनुरागी, विधा बहिन, विदुषी, ने सेवा की सम्पूर्ण जिम्मेदारियाँ सँभाली। नगर जन मानस की सममोहक उपस्थिति के साथ कार्यक्रम विश्व एकता प्राण प्रतिज्ञा के सामूहिक आहवान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। रिपोर्ट_सौरभ भार्गव अनुभवी आँखें न्यूज मऊरानीपुर ।updated by gaurav gupta

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