मधेपुरा (संवावदाता संजीव कुमार) – बिहार मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित मंगलवार को मजदूर हित एंव उनके समस्याओं को लेकर सीटू एक्टू एकट टीयूसीसी के द्वारा रैली निकालकर प्रदर्शन तथा नारेबाजी की। मौके पर सीटू के जिला सचिव विजय कुमार यादव ने कहा 2016 में संशोधित श्रम कानून के तहत बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा पारित 13 लाभों से आज तक विभागीय स्थिलता के इंतजार में बैठे पदाधिकारीयों द्वारा किसी भी मजदूर को लाभान्वित नहीं किया गया।

जबकि उच्चतम न्यायालय संवेदनशील है तथा सरकार के पास मजदूर के आवंटन राशि 30 हजार करोड़ पड़ा हुआ है। जबकि सीपीएम के जिला मंत्री मनोरंजन सिंह ने कहा कि गरीबों को योजनाओं का लाभ मिले गरीबों का शोषण बर्दाश्त नही किया जाएगा, हम कुर्सी के भूखे नही है, गरीबों को हक मिले इसलिए हमारी लड़ाई है।
वहीं जिलाध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि गरीबों के अधिकार के लिए आवाज उठाने पर झूठे मुकदमें में फंसाकर परेशान करना पदाधिकारीयों की नीति और नीयत बन गई है, यह बर्दाश्त नही किया जाएगा ।
निका युनियन के सहरसा जिला मंत्री नसीम उद्दीन ने कहा मजदूरों को जब तक संपूर्ण अधिकार नही मिल जाता तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा ।
भाकपा के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि जिला 4 माह से श्रम अधीक्षक का पद रिक्त है मजदूरों का सारा विकास ठप है।
वही मो.चाँद ने कहा कि 2013/14 में अनुदान राशि निबंधित रह गए ऐसे सभी मजदूर अनुदान की राशि के लिए मजदूर श्रम कार्यालय का चक्कर लगाते -लगाते थक चुके है ।

वक्ताओं ने आरोप लगाया है कि श्रम विभाग मधेपुरा द्वारा श्रमिक संगठन का अवहेलना कर मनमाने तरीके से कार्य किया जाता है, जब भी कोई कार्य मजदूरों हित में होता है उसमे मजदूरों को नजरअंदाज कर दिया जाता है, लिखित सूचना कार्यक्रम का नही दिया जाता है ।प्रदर्शन के बाद पार्टी के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को माँग पत्र सौंपा | updated by gaurav gupta

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