छातापुर(सुपौल) -जीवछपुर से सटे मधुबनी पंचायत के ब्राह्मण टोला के मतदान केंद्र संख्या 159 के लगभग 340 मतदाताओं ने एकजुट होकर लोक सभा चुनाव के मतदान का बहिष्कार कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। वही उन्ही के टोला से सम्बद्ध बुथ संख्या 158 के 170 से अधिक मतदाताओं ने भी अपने बुनियादी मांग के पूरे नही होने के कारण अपने मताधिकार का प्रयोग नही किया। वोटरों का कहना था कि अपने पंचायत में सड़क समेत बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर एकजुट होकर यह निर्णय लिया। जिसके बाद मतदान कार्य मे जुटे कर्मियों ने इसकी सूचना सम्बद्ध अधिकारियों को दी। जानकारी होने पर प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अजीत कुमार सिंह, सीओ सुमीत कुमार, मजिस्टेट शुरेश साहू ने वोटरों को समझाने मतदान केंद्र पर पहुंचे। लेकिन वोटरों ने पदाधिकारी दल की एक नही सुनी… उनलोगों का कहना था कि सालों से उन्हें जनप्रतिनिधि और पदाधिकारीयों द्वारा ठगने का कार्य किया गया है। इसको लेकर सभी वोटर अपने निर्णय पर अडिग बने रहेंगे। इसके बाद भी बीडीओ ने लोगों को मतदान करने के लिए राजी करने का प्रयास में लगे दिखे। वोटरों से जानकारी लेने के बाद पदाधिकारी दल उनके गांव की बदहाल सड़क की स्थिति को घूम घूम कर देखते हुये समस्या समाधान जल्द करवाने की भी बात कही। बाबजूद वोटर अपने नारा विकाश नही तो वोट नही का नारा बुलंद करते ही दिखे। यहाँ बतादे कि वोट का बहिष्कार करने में ब्राह्मण टोला स्थित वार्ड 13 और वार्ड 8 के दलित टोला के मतदाता शामिल है। जिनका एकस्वर में यही कहना है कि उन लोगों का यह निर्णय उन लोगों के गांव के विकाश की उपेक्षा करने वाले जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी के लिए एक सबक होगी। गांव के लोगों ने बताया कि अपने गांव के विकाश की मांग को लेकर उनलोगों ने एक महीने पहले से ही आंदोलन कर विकाश नही तो वोट नही का नारा लगा रहे थे। लेकिन रोड नही तो वोट नही का नारा की सूचना होने के बाद भी कोई उनके गांव तक नही पहुंचे। लोगों ने कहा कि ऐसी बात नही की उनलोगों की इस जटिल समस्या की जानकारी सभी जनप्रतिनिधि को नही थी। जानकारी होने के बाबजूद कोई अधिकारी के द्वारा उनलोगों से मिलकर उनकी दर्द को नही सुना गया। जिसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। लोगों ने कहा कि मतदान को लेकर जागरूकता अभियान अधिकारी चला रहे थे। लेकिन उनलोगों द्वारा मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान चुनाव से बहूत पहले ही करके गांव के लोग अपने पंचायत की विकाश की बाट जोह रहे थे। लेकिन उन लोगों की समस्या को नजर अंदाज कर दिया गया। गांव के लोगों ने कहा कि उनका गांव आज भी विकाश मामलें में काफी पीछे है। सड़क पुल पुलिया आदि बुनियादी सुख सुविधाओं से वंचित है। लोगों का कहना है कि आज आजादी के 72 साल बीत जाने के बाद भी उनके पंचायत की सड़कों की स्थिति जर्जर है। लोगों ने बताया कि बार बार शिकायत के बाबजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी आज तक ध्यान नही दिये है। लोगों ने कहा कि उनके गांव में 1 हजार से अधिक की आबादी ब्राह्मण और दलित लोगों की है। लेकिन उनसभी लोगों के पंचायत के दर्द को सुनने वाला कोई नही है। लोगों ने कहा कि आज हर जगह विकाश की गंगा बह रही है। लेकिन उनलोगों का गांव आज भी विकाश की रौशनी से वंचित है। स्थानीय आभाष कुमार, बबली देवी, सोनी देवी, रंजीत कुमार, योगी प्रसाद, माया कुमार, रोनी कुमार, कमलाकांत झा, ललित नारायण मिश्र, संजय कुमार झा, पार्वती देवी, सुबोध झा, बेबी देवी, उदय कांत झा, लाल झा, अर्जुन झा, विजय झा, प्रमोद झा, शिवानंद झा, अरविंद झा, इंदर पासवान, ललित कुमार, जोगी झा, संतोष कुमार आदि ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षापूर्ण नीति के कारण 16 साल पहले बने ईंट सोलिंग जर्जर सड़क से वे लोग आवागमन करने के लिये मजबूर है। लोगों ने कहा कि उनकी गांव की सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर उनके गांव में कोई शादी का रिश्ता तक लेकर नही आना चाहते है। लोगों ने बताया कि सड़क समेत पुल पुलिया के भी उनके पंचायत में घोर अभाव है। लोगों ने कहा कि 3 पंच वर्षीय कार्यकाल में उनके पंचायत के मुखिया और पसंसभी उनलोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर कोई सराहनीय पहल नही किया। जबकि सांसद और बिधायक तो उनलोगों को केवल कोरा आश्वासन देने का कार्य किया। लोगों ने बताया की उनके गांव के लोग साल 2003 में बनी जर्जर ईंट सोलिंग सड़क से आवागमन करते है । कहा कि नहरों की साफ सफाई भी उनके पंचायत में भगवान भरोसे ही है। जिसके कारण कभी नहरों की साफ सफाई नही होती है। किसानों को इसके कारण पटवन की भारी समस्या हर साल होती है। लोगों ने कहा कि स्वच्छ पानी की भी गांव में दिक्कत है। इन्ही सभी मुद्दों को लेकर वे सभी सालों से परेशान है। उधर, मतदाताओं के आक्रोश को देखकर मतदान कार्य को लेकर कर्मी भी परेशान दिखे। पीठासीन पदाधिकार श्रवण कुमार झा ने कहा कि निर्धारित समय मे ही मतदान की तैयारी पूरी कर ली गयी थी। लेकिन एक ही वोटर के नही आने पर उन्होंने इसकी सूचना जिला स्थित कन्ट्रोल रूम को दे दी। उधर, पेट्रोलियम मजिस्टेट अशोक कुमार ने बताया कि मधुबनी के वार्ड 13 स्थित सुरपति संस्कृत हाई स्कूल में बने मतदान केंद्र पर एक भी वोटर मतदान करने नही पहुंचे। इस मौके पर ललितग्राम ओपी शुभ नारायण तिवारी, रंजीत कुमार, शुरेश कुमार समेत अन्य थे। रिपोर्ट – संतोष कुमार भगत, updated by gaurav gupta

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