गया(संवावदाता धीरज गुप्ता) – जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव सह मगध प्रमंडल प्रभारी विजय कुमार उर्फ ग़ोलु यादव ने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर हो गई है शिक्षा को गर्त में ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है नीतीश सरकार और बिहार के सिर्फ प्रारंभिक विद्यालयों 1-8में ढ़ाई लाख से भी अधिक पद रिक्त हैं फिर भी बिहार सरकार शिक्षकों की बहाली नहीं कर रही है ताकि विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात सही हो और गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और हाई कोर्ट के आदेश पर पिछले वर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन हुआ था ताकि शिक्षकों की बहाली जल्द हो।परीक्षा में सभी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को बैठने का मौका मिला था उस में से मात्र 17 % अभ्यर्थी सफल हो सके थे क्योंकि परीक्षा का स्टैंडर्ड अच्छा था जो भी अभ्यर्थी सफल हुए हैं वह पूरी तरह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के काबिल हैं और शिक्षकों की भारी कमी रहने के बावजूद भी बिहार सरकार इन योग्य अभ्यर्थियों की बहाली नहीं कर रही है कुछ अभ्यर्थियों का उम्र भी समाप्त होने के कगार पर है अभ्यर्थी लगातार 1 वर्ष से परेशान हैं कुछ दिन पहले 3 नवंबर को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर जी इन लोगों को बुलाए और बताएं कि आप की बहाली सुप्रीम कोर्ट में समान काम समान वेतन के फैसला के बाद होगी लेकिन यह सब बहाना हैअभी प्रशांत किशोर जी मुख्यमंत्री आवास में बैठकर बिहार के युवाओं को ठगने का काम कर रहे हैं और संगठन को बुलाकर जुमलेबाजी करते हैं शिक्षक बहाली मोर्चा को भी दो बार बुलाएं और लोग आंदोलन ना करें इसलिए झूठा आश्वासन दे देते हैं और माननीय मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ नहीं बोलते हैं और बिहार के युवाओं को ठगने का जिम्मा प्रशांत जी को थमा दिए हैं अगर लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में शिक्षकों की बहाली नहीं हुई तो जन अधिकार छात्र परिषद पूरे बिहार में आर पार की लड़ाई लड़ेगी।updated by gaurav gupta