मधेपुरा(संवावदाता चंचल कुमार) – झल्लू बाबू स्मृति सभागार में 10:00 बजे पूर्वाहन मे नशा मुक्ति एवं मदिरा की सेवन ना करने संबंधित संकल्प को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सभी वरीय

पदाधिकारियों जिनमें उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता ,जिला परिवहन पदाधिकारी, सिविल सर्जन ,विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय प्रशाखा एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी मौजूद थे। इसके पश्चात आज दिनांक 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा संविधान की विशेषताओं को बताते हुए चर्चा की गई एवं अंत में सभी पदाधिकारियों द्वारा संविधान की उद्देशिका को पढ़ा गया एवं उसके अनुपालन हेतु संकल्प लिया गया ।26 नवंबर को देश में ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस दिन डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद किया जाता है। उन्होंने भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया है। कहा जाता है कि ये दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया था। इसे विश्व का सबसे बड़ा और महान संविधान कहा जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं। ये हाथ से लिखा संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल हैं ।और इसको बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का वक्त लगा था।
*26 नवंबर 1950 को लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया*
26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा की तरफ से इसे अपना लिया गया था और इसके बाद 26 नवंबर 1950 को इसे लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू कर दिया गया था। इसी वजह से हर साल 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें कि 29 अगस्त 1947 को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति की स्थापना हुई थी।आपको बता दें कि इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ भीमराव अंबेडकर की नियुक्ति हुई थी।updated by gaurav gupta

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