बिहार(संवाददाता धीरज गुप्ता) – गया के बंगला स्थान मंदिर में मंगलवार को भगवान शंकर की आराधना का सर्वश्रेष्ठ रूद्राभिषेक का आयोजन किया गया इसमें मा बंगला स्थान में आने वाले और गया के शिवभक्त उमड़े,श्रावन मास की त्रयोदशी तिथि में इस आराधना का बडा महत्व वेद मे बताया गया है इस संबंध में मंदिर के पुजारी नागेन्द्र मिश्रा ने बताया है कि यह महिना भगवान शंकर के सबसे प्रिय महीनों में से एक है ऐसे में विश्व शांति व कम वर्षा की समस्या को दूर करने के लिए भगवान शंकर के रुद्र मंत्रो द्वारा जलाभिषेक किया गया, रुद्राभिषेक अर्थात रूद्र का अभिषेक करना यानी कि शिवलिंग पर रूद्रमंत्रो के द्वारा अभिषेक करना जैसे की वेदो में वर्णित है शिव व रूद्र परस्पर एक दूसरे के पर्यायवाची है शिव को ही रुद्र कहा जाता है क्योंकि रुतम् -दु :खम,द्रावयति नाशयतीतिरुद्र:,यानि की भोले सभी दुखो को नष्ट कर देते हैं धर्मग्रंथों के अनुसार मानव द्वारा किए गये पाप ही हमारे दुखो का कारण है शास्त्र व वेदो में वर्णित है की शिव जी के अभिषेक करना परम कल्याणकारी है इस मौके पर आचार्य अरुण कुमार मधुप,सौरभ मिश्र,सानु बाबा,सूर्यानद मिश्र, निरंजन कुमार मिश्रा,राजेश बाबा, विवेकानंद बाबा, विजय मिश्रा,आदी मौजूद थे। updated by gaurav gupta

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