बिहार(संवाददाता धीरज गुप्ता) – गया में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना(पीएमएमवीवाई) में तेजी लाने के लिए राज्य में 100 डेज़ एक्शन प्लान के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है एवं 31 मई से 7 सितम्बर तक चलने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिला/परियोजना को पुरस्कृत करने का फैसला लिया गया है और इसको लेकर निदेशक आईसीडीएस ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि
*100 डेज़ एक्शन प्लान के तहत मिलेगा पुरस्कार* पीएमएमवीवाई के राज्य नोडल पदाधिकारी अनिता चौधरी ने बताया भारत सरकार द्वारा जून 2019 तक प्रति आँगनवाड़ी केंद्र 12 लाभूकों के आवेदन अपलोड करते हुए राज्य में लगभग 11 लाख आवेदन अपलोड करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके सापेक्ष अभी तक 57 प्रतिशत आवेदन ही राज्य भर में अपलोड हुए हैं और इसमें गति लाने के मकसद से ही 31 मई से 7 सितम्बर तक 100 डेज़ एक्शन प्लान के तहत सभी जिलों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है एवं 100 डेज़ एक्शन प्लान की अवधि के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिला/ परियोजना को कुल 7 मानको में पुरस्कार दिए जाएंगे।
*इन मानकों में मिलेगा पुरस्कार*
 योजना के प्रारम्भ से लेकर अब तक भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध पीएमएमवीवाई-केस में सबसे अधिक आवेदन प्रतिशत अपलोड
 100 डेज़ एक्शन प्लान के दौरान सबसे अधिक आवेदन प्रतिशत अपलोड
 माह अप्रैल 2019 से लेकर अगस्त 2019 तक प्रत्येक माह में सबसे अधिक आवेदन प्रतिशत अपलोड
 प्रथम किस्त योग्य लभुकों को दूसरे क़िस्त का भुगतान
 प्रथम किस्त योग्य लभुकों को तीसरे क़िस्त का भुगतान
 शून्य लाभार्थी वाले आँगनवाड़ी केन्द्रों की न्यूनतम संख्या
 लाभार्थियों को लाभ की राशि का भुगतान
*जागरूकता अभियान से तेजी लाने का प्रयास* 100 दिनों का एक्शन प्लान के दौरान प्रत्येक माह के प्रथम एवं तीसरे सोमवार को विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है एवं आंगनबाड़ी सेविका एवं अन्य क्षेत्रीय कार्यकर्ता ऐसे गृह का भ्रमण कर रहे हैं और जहां से लाभुकों का पंजीकरण नहीं अथवा कम हुआ है एवं अधिक से अधिक पंजीकरण सुनिश्चित कराया जा रहा है।
*1 से 7 सितम्बर तक चलेगा मातृ वंदना सप्ताह* जिले की डीपीओ किशलय शर्मा इस दौरान आँगनबाड़ी केंद्र, सेक्टर या परियोजना स्तर पर कैंप लगाकर अधिक से अधिक लाभुकों का आवेदन जमा किया जाएगा और साथ ही योजना के प्रचार-प्रसार के लिए जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा।
*क्या है योजना:* संस्थागत प्रसव में इजाफ़ा एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की गयी है इस योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक धनराशि दी जाती है जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुँचती है और इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दिया जाता है जिससे पहली क़िस्त 1000 रुपये की तब दी जाती है जब गर्भवती महिला अपना पंजीकरण कराती है. दूसरी किस्त में 2000 रुपये गर्भवती महिला को छः माह बाद होने प्रसव पूर्व जाँच के उपरान्त दी जाती है और तीसरी और अंतिम किश्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद दिया जाता है। updated by gaurav gupta

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