नई दिल्ली: राजस्थान के जोधपुर में एक गर्भवती महिला की सर्जरी के दौरान दो डॉक्टरों के बीच तीखी बहस हुई. इस बहस के दौरान गर्भवती महिला ऑपरेशन टेबल पर पड़ी रही और डॉक्टर आपस में लड़ते रहे. परिणाम स्वरूप महिला ने जिस बच्चे को जन्म दिया वह जीवित नहीं बच सका. इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसके बाद दोनों डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है.

यह घटना मंगलवार को जोधपुर के उमेद अस्पताल में हुई जो कि शहर की सबसे बड़ी अस्पताल है. ऑपरेशन थिएटर में दो डॉक्टर एक-दूसरे को धमका रहे थे, लड़ रहे थे और उन दोनों के बीच बेहोश महिला पड़ी थी. एक स्टाफ सदस्य ने मोबाइल से इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया. इसी बहस के बीच डॉक्टरों में शामिल एक ऑब्सटेट्रीशियन ने अंतत: डिलीवरी कराई लेकिन जन्म लेने वाला बच्चा जीवित नहीं बच सका.

बताया जाता है कि गर्भस्थ शिशु के दिल की धड़कनें कमजोर थीं जिसकी वजह से महिला की आपातकालीन सर्जरी की गई. इसी दौरान दो डॉक्टरों ऑब्सटेट्रीशियन डॉ अशोक नैनवाल और एनेस्थेटिस्ट डॉ एमएल टाक के बीच विवाद हो गया. डॉ नैनवाल ने अन्य ऑब्सटेट्रीशियनों से पूछा कि मरीज ने ऑपरेशन से पहले क्या खाया था. माना जाता है कि डॉ टाक ने जूनियर डॉक्टर से इसका परीक्षण कराना चाहा जिस पर डॉ नैनवाल सहमत नहीं थे.

डॉ नैनवाल डॉ टाक से चिल्लाते हुए कह रहे हैं कि ‘आप अपनी सीमा में रहें.’ दोनों डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में बीच में पड़ी मरीज महिला के सामने एक दूसरे का नाम लेकर चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे हैं. नर्सें और स्टाफ के अन्य सदस्य उन्हें याद दिला रहे हैं कि सर्जरी की गई है. वे उन्हें रोकने की कोशिश भी कर रहे हैं.

यह मामला सामने आने के बाद डॉ नैनवाल और डॉ टाक को निलंबित कर दिया गया है.

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