जहानाबाद/बिहार(संवाददाता अनिल कुमार गुप्ता) – स्थानीय मानस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल जहानाबाद के सभागार में सब्जेक्टिव आधारित pa1 परीक्षा फल का प्रकाशन एवं वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका विधिवत उद्घाटन संस्था के चेयरमैन डॉक्टर अरुण कुमार सिन्हा ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि प्राचीन काल में गुरुकुल में बाहर की आंखों को बंद कर भीतर की आंख खोलने का प्रशिक्षण दिया जाता था, क्योंकि बाहर जो कुछ भी दिख रहा है वह नकली है, दिखावा है, भ्रम है। यहां तक की वैज्ञानिक आइंस्टीन ने भी कहा है कि बाहर जो तुम संसार देख रही हो वह सत्य नहीं है, वह तरंग है उन्होंने कहा कि आज की आज की शिक्षा कागज के फूल की तरह है जो केवल सजावट में काम आती है। शिक्षा सजावट की चीज नही है। शिक्षा के गोद में जीवन पलता है शिक्षा की गोद में हमारे बच्चों का भविष्य पलता है और कागज के फूलों से भविष्य को नही सजाया जा सकता है। बच्चे का भविष्य एवं तकदीर देश के पाठशाला में निर्माण किया जाता है। इसके लिए देश के शिक्षकों को आगे आना होगा। उन्हें अपना कार्य एक सेवा के रूप में करना होगा। देश के शिक्षकों से मेरी गुजारिश है कि अपने विद्यार्थियों को सबसे पहले इंसान बनाना सिखाएं। ऐसी शिक्षा ना दे की वे हैवानियत या किसी मनोरोग के शिकार हो जाए। पढ़ना लिखना और ज्ञान प्राप्त कर नौकरी हासिल करना महत्वपूर्ण है पर उसकी सीमा तक जहां तक व्यक्ति को वह इंसान बनने में मदद करते हैं, हैवान बनने में नहीं। आधुनिक शिक्षा व्यवस्था को गुरुकुल आधारित शिक्षा व्यवस्था की तरह कार्य करना होगा।

इस अवसर पर स्कूल के निदेशक निशांत रंजन ने कहा कि छात्र राष्ट्र के अमूल्य निधि हैं जरूरत है उनकी प्रतिभा को पहचाने और विकसित करने की। उन्होंने कहा कि यह स्कूल में प्रतिभावान छात्रों को चुना नहीं जाता है बल्कि कठिन परिश्रम करके छात्रों की प्रतिभा का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों का दिमाग दो हिस्सों में बटा होता है बाय भाग का संबंध लैंग्वेज और मैथ से है, जबकि दाएं भाग का संबंध इमोशन और रिलिजन से है। आज की शिक्षा सिर्फ दिमाग के बाएं हिस्से को जागृत करते हैं। जब तक दिमाग के दोनों हिस्से जागृत नहीं होंगे तब तक हम पूर्ण छात्र या पूर्ण मानव नहीं बन सकते।

इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य श्री मृत्युंजय कुमार ने कहा कि छात्रों को अपना कार्य इमानदारी से करना चाहिए। इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं दीपक कुमार, आदित्य राय, अंजली कुमारी, ऋतुराज आयुष, राज तेजस्वी राज, कुमुद नंदिनी, युवराज सिंह, राजश्री कुमारी, आकांक्षा कुमारी, सुहानी शर्मा, श्रुति मोरिया, हिमांशु कुमार को निदेशक के द्वारा पुरस्कृत किए गए। इस अवसर पर स्कूल के रणधीर कुमार, राकेश कुमार, राजीव कुमार, विनय कुमार, अमित कुमार, योगेंद्र शर्मा, रामप्रवेश शर्मा, संजीव कुमार, मनीष कुमार, उज्जवल कुमार, अश्विनी शर्मा, सुधा मैडम, अनुराग सर आदि ने भी अपना अपना विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया।

 

EDITED BY: Gaurav gupta 

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