अररिया(संवाददाता मनीष कुमार) – पिछले 22 मार्च से पूरे देश मे लॉक डाउन है। वर्तमान में देश मे कोरोना से ज्यादा खतरा बेरोजगारी और भुखमरी से है।

लॉक डाउन के कारण देश मे करोड़ों लोगों का रोजगार छीन चुका है। इसी क्रम में बिहार के अररिया, पूर्णियाँ, किशनगंज एवं कटिहार के भी लाखों लोगों का रोजगार छिन चुका है।

लोग काफी परेशान हो रहे हैं। लाखों परिवार में भुखमरी की चिंता सताने लगी है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के आह्वाहन पर अररिया के संयुक्त प्रगतिशील जन कल्याण ट्रस्ट भारत द्वारा सीमांचल में लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु विशेष योजना पर कार्य किया जा रहा है।. संयुक्त प्रगतिशील जन कल्याण ट्रस्ट भारत के अध्यक्ष सह मुख्य प्रबन्ध निदेशक विपुल कुमार कर्ण ने बताया कि जल्द ही इस योजना को पूरा कर धरातल पर उतारा जायेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि संयुक्त प्रगतिशील जन कल्याण ट्रस्ट भारत के द्वारा संयुक्त प्रगतिशील ग्रामीण स्वरोजगार कार्यक्रम चलाया जायेगा। इस कार्यक्रम से सीमांचल के हजारों युवाओं/मजदूरों को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस कार्यक्रम के तहत गृह उद्योग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

संयुक्त प्रगतिशील जन कल्याण ट्रस्ट भारत द्वारा चलाए जा रहे इस ग्रामीण स्वरोजगार कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रत्येक जिले में एक जिला ट्रस्ट समन्वयक, प्रत्येक प्रखंड में एक प्रखंड समन्वयक तथा एक सहायक प्रखंड समन्वयक और प्रत्येक पंचायतों में एक से दो पंचायत सेवा कर्मी नियुक्त किए जाएंगे। जिनकी देखरेख में ट्रस्ट द्वारा संचालित यह कार्यक्रम चलाया जाएगा। updated by gaurav gupta 

 

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