गया(संवावदाता धीरज गुप्ता) -जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने विभागीय निर्देश के आलोक में जिला के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को २० से ३० सितंबर २०१८ तक अपने प्रखंड मुख्यालय में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत पेंशनधारियों का ई- लाभार्थी पोर्टल पर त्रुटि सुधार करने हेतु अंतिम रूप से विशेष शिविर के आयोजन का निर्देश दिया है। साथ ही कई निदेश दिए हैं उल्लेखनीय है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत ई-लाभार्थी पोर्टल पर त्रुटि निराकरण नहीं किए जाने के कारण अब भी कई पेंशनधारियों को पेंशन राशि का भुगतान नहीं होने की जानकारी प्राप्त हो रही है यह बात प्रकाश में आयी है कि पेंशनधारियों का नाम डिजिटाइज हो गया लेकिन उनका बैंक खाता नहीं खुला है यदि बैंक खाता खोला भी गया तो खाता संख्या वेबसाइट पर अपलोड नहीं है ई-लाभार्थी पोर्टल,आधार एवं बैंक खाता में नाम एक समान नहीं हैं इसलिए शिविर में इनका निराकरण करने हेतु निम्नलिखित निदेश दिए गए हैं पी.एफ.एम.एस द्वारा सत्यापन के क्रम में ऐसे कई लाभार्थियों के खाता संख्या में त्रुटि पायी गयी है जिसे कारण सहित ई-लाभार्थी पोर्टल पर त्रुटि अंकित किया गया है जिसका निराकरण कर पुनः वेबसाइट पर अपलोड करवाना है ताकि पी.एफ.एम. एस द्वारा खाता स्वीकृत हो और उस खाते में पेंशन का भुगतान सुगमता से हो सके।पी.एफ.एम.एस से स्वीकृत सभी खातों को प्रखंड स्तर पर लॉक किया जाना है परंतु पाया गया है कि अभी भी प्रखंड स्तर पर सभी खातों को लॉक नहीं किया गया है मृत एवं फर्जी लाभुकों का नाम ई-लाभार्थी पोर्टल से कारण सहित हटाना है यदि लाभार्थी पेंशन पाने योग्य हैं तो उनके डाटा को सुधार कर लॉक किया जाए और यदि लाभुक के नाम में थोड़ा परिवर्तन किया जाना है अथवा वैसे लाभुक जिन्हें पूर्व में किसी अन्य बैंक खाता में राशि उपलब्ध करायी गयी है तथा अब वह खाता बंद होने या किसी अन्य कारण से नया खाता संख्या एंट्री कराना है तो इस संबंध में पत्र के माध्यम से लाभुकों को सत्यापित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित सूची जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना है ताकि सूची विभाग को भेजा जा सके।सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि यदि पेंशनधारियों के पास बैंक खाता नहीं है तो शिविर में ही खाता खुलवा कर खाता संख्या पोर्टल पर एंट्री करा दी जाए।ई-लाभार्थी पोर्टल में पेंशनधारियों का नाम,बैंक खाता एवं आधार में नाम एक सामान नहीं होने पर भी उनके खाते में पेंशन राशि का भुगतान नहीं हो पाएगा और शिविर में नाम के इस अंतर को सुधार कर लिया जाए और शिविर के दौरान प्रत्येक शिविर में इंटरनेट युक्त कंप्यूटर सेट की व्यवस्था, स्थानीय बैंक द्वारा खाता खोलने हेतु एक काउंटर की व्यवस्था की जा रही है। updated by gaurav gupta

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