सम्पादकीय। आज हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर समस्त पत्रकार बंधुओं को हार्दिक शुभकामनाएं। बधाई इसलिए भी की डिजीलाईजेशन के इस दौर में पत्रकार कम मीडिया कर्मियों की संख्या ज्यादा है। माफ कीजिएगा हिंदी पत्रकारिता कुछ पत्रकारों के कारण आज भी जीवित हैं सिर्फ इसलिए कि फालोअप न्यूज की अहमियत वे समझते हैं।
5 डब्ल्यू (कौनकहांकबक्योंऔरकैसे) से समाचार बनता जरूर है पर कसौटी पर खरा उतरे इसके लिए सच्चा प्रयास बहुत कम दिखता है। गणेश शंकर विधार्थी सरीखे पत्रकार ढूंढने से भी शायद ही मिले। आज हिंदी पत्रकारिता पर चर्चा आवश्यक जान पड़ता है।
राष्ट्र के इस चौथे स्तंभ को पीत पत्रकारिता से बच कर फालोअप न्यूज के साथ खबरों का प्रसारण आवश्यक है। हम यह नैतिक जिम्मेदारी वहन करने के लिए शपथ लेते हैं। :सन्तोष कुमार गुप्ता, सम्पादक अनुभवी आंखें न्यूज
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