इनके बदले अन्य शिक्षक के पदस्थापन का किया मांग, अभद्र व्यवहार करते हैं ग्रामीणों से

कांडी(संवाददता-विवेक चौबे) – प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम-सबुआं में अवस्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक-नवीन कुमार दुबे को हटाने व इनके बदले अन्य शिक्षक के पदस्थापन के लिए ग्राम-सबुआं व ग्राम-हरिगावां के ग्रामीणों ने उपायुक्त महोदय गढ़वा व जिला शिक्षा अधिकारी गढ़वा को लिखित रूप में ग्रामीणों के द्वारा आवेदन दिया गया था।विद्यालय में किसी प्रकार के बात को लेकर ग्रामीणों को पहुंचने पर नवीन कुमार दुबे के द्वारा कहा जाता है कि रजिस्टर फाड़ कर झूठे केस में फसा दूंगा। साथ ही आवेदन में लिखा था कि इनके चरित्र ठीक नहीं हैं।अभिभावक के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है।इनके अभद्र व्यवहार व चरित्र से तंग आ चुके हैं हम सब। यह खबर कुछ दिन पूर्व प्रकाशित भी हुई थी।समस्या को संज्ञान में लेते हुए विधायक प्रतिनिधि-अजय सिंह उक्त विद्यालय के प्रांगण में पहुंचे।अजय सिंह को विद्यालय पर पहुंचने की सूचना पाते हीं ग्रामीण व अभिभावक भी पहुंचे।ग्रामीणों ने विधायक प्रतिनिधि-अजय सिंह से निवेदन किया कि हम सब ग्रामीण नवीन कुमार दुबे को इस विद्यालय से हटा कर इनके बदले अन्य शिक्षक की पदस्थापन की मांग करते हैं। वहीं ग्रामीण यह भी कहा कि अधिकारीयों को आवेदन दिया गया लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम देखने को मिला। हम सब जनता अधिकारियों से क्या उम्मीद रखें आप ही बताइए। वहीं अजय सिंह प्रधानाध्यपक-नवीन कुमार दुबे की व्यवहार आदि से परिचित भी हुए।ग्रामीणों के साथ हो रहे अन्याय को समझते हुए अजय सिंह ने आस्वाशन दिया।कहा कि शीघ्र नवीन दुबे को पदस्थापन अन्य विद्यालय में करा दिया जाएगा।
*अधिकारीयों को दिया गया आवेदन पर कोई कार्यवाई नहीं*
बताते चलें कि उपायुक्त व जिला शिक्षा अधीक्षक को आवेदन बहुत दिन पहले दिया था । मञृअ।श देने के साथ साथ ग्रामीणों ने एक-एक प्रतिलिपि 20 सूत्री अध्यक्ष,सांसद प्रतिनिधि,विधायक प्रतिनिधि,प्रखण्ड प्रमुख,मुखिया संघ अध्यक्ष,प्रखण्ड शिक्षा प्रसार,थाना प्रभारी,प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को भी दिया था।सैकडों ग्रामीणों ने आवेदन पर हस्ताक्षर किए हुए थे। मौके पर-धर्मेन्द्र कुमार सिंह(रिंकू),अनिल कुमार,शिवनाथ साह, राजेश मेहता,रानी देवी,गोपाल ठाकुर, धर्मेन्द्र कुमार,सुनील तांतों,जगरनाथ प्रजापति,दिलीप पासवान,धनौती देवी,शिव कुमार चौबे,अमरेश चंद्र,पप्पू सिंह,गोबर्धन साह सहित काफी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।
अब सवाल यह खड़ा होता है कि शिक्षक का व्यवहार क्या इसी प्रकार होना चाहिए?इस पर पदाधिकारी गण संज्ञान लेते हैं या नहीं । अगर नवीन दुबे ईस स्कूल में रहते हैं तो यह स्कूली छात्र- छात्राओं का भी दुर्भाग्य है। यह भी देखना एक दिलचस्पी ही होगा।updated by gaurav gupta

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