नई दिल्ली : दिल्ली सरकार की लेटलतीफी के कारण दिल्लीवासियों को करीब छह हज़ार करोड़ का चुना लग रहा है | जी हाँ यह मामला दिल्ली मेट्रो फ़ैज़ 4 का है| जिसका प्रोजेक्ट करीब 3 साल से बीच मंझधार में फसा हुआ है | दरअसल फेज़ 4 की फाइलें दिल्ली सरकार के पास तक़रीबन पिछले काफी समय से घूम रही है और अहम् बात ये है की इस लापरवाही के कारण यह प्रोजेक्ट अभी तक पास नहीं हो पाया है| और यही नहीं सरकार का भी अभी तक इस पर कोई रुख देखने को नहीं मिल रहा है | इसके साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहे है की यदि केंद्र सरकार अभी इस कोई कदम है तो इस प्रोजेक्ट को होने में छह महीने या सालभर लग जायेगा | अगर सूत्रों की माने तो 55 हज़ार करोड़ वाले इस प्रोजेक्ट में में देरी से इसकी लगत में करीब 10 फीसदी तक बढ़ोतरी होगी | और वहीँ मंत्रालय की चिंता ये बनी हुई है की अभी इस प्रोजेक्ट में और देरी होगी क्योंकि इस बीच शहरी विकास मंत्रालय की नई मेट्रो पॉलिसी को मोदी कैबिनेट को मंज़ूरी दे चुकी है | जिस कारण इस प्रोजेक्ट के लिए बनी डीपीआर ( डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट ) में नए सिरे से फाईनैंशल मोडल तैयार करना होगा और इस प्रोजेक्ट के लिए प्राइवेट पार्टनरशिप का कॉम्पोनेन्ट तैयार करना होगा जिस कारण इस प्रोजेक्ट में करीब छह महीना या साल भर लग जायेगा| बतया जा रहा है की ये प्रोजेक्ट की रिपोर्ट 2014 में बनायीं जा चुकी थी और 2016 में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाना चाहिए था लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण यह प्रोजेक्ट अभी तक शुरू नहीं हो पाया है| सरकार की इस तरह की लापरवाही से साफ समझ आ रहा है की सरकार बस झूठे दावे ही करना जानती है| अनुभवी ऑंखें न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट

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