मधेपुरा: मैट्रिक की परीक्षा बुधवार को प्रशासन के कड़े सुरक्षा व्यवस्था के साथ शुरू हुई। सुबह आठ बजे से ही दूर दराज से परीक्षार्थियों का सेंटर पर पहुंचना प्रारंभ हो गया। जिला प्रशासन सख्त रवैये एवं पुख्ता व्यवस्था के कारण जिले में शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुआ। परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की सघन जांच के उपरांत ही सेंटर तक जाने दिया जा रहा था।
जिले में एकाएक 32 हजार से अधिक परीक्षार्थियों का आगमन तथा परीक्षार्थियों के साथ उतनी ही भारी संख्या में अभिभावकों का आगमन हर चौक – चौराहे, हर सेंटर के आसपास भीड़ इकट्ठा हुई। अभिभावकों ने भी सभ्यता का परिचय देते हुये प्रशासन के हरेक बातों को मानते नजर आये। परीक्षा के दौरान कोई चूक नहीं हो इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश प्रसाद मंडल, सदर एसडीएम वृंदा लाल, सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो सहित जिले के सभी अधिकारी सभी परीक्षा केंद्रों पर मॉनिटरिंग करते रहे, साथ ही केंद्रों के अधिकारी एवं अभिभावकों को निर्देश देते रहे। केंद्र के आसपास या केंद्र से दो सौ मीटर की अंदर में खड़े अभिभावकों से प्रशासन ने सख्ती से कार्रवाई की। परीक्षा केंद्र के आस पास कोई भी घटना न हो तथा केंद्र के आसपास अभिभावक खड़े न रहें। इसके लिए जिला प्रशासन तथा केंद्र के द्वारा समय -समय पर माइक के द्वारा प्रचार प्रशार किया जाता रहा। जिले के जिला पदाधिकारी से लेकर सभी अधिकारी, सभी सेंटरों और आसपास के जगहों पर मॉनिटरिंग करते नजर आये। जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार अभिभावकों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि हर परीक्षा केंद्र से अभिभावक सौ मीटर की दूरी के अंदर नहीं रहेंगे और परीक्षा के कारण सेंटर पर 144 धारा लागू की गई थी। जिसके कारण अभिभावक परीक्षा केंद्रों से दो सौ मीटर की दूरी पर ही अपने परीक्षार्थी का इंतजार करते रहे।
हर जगह जाम ही जाम
लोगों की एकाएक इतनी भारी संख्या में भीड़ होने के कारण हर जगह जाम की स्थिति बनी रही। जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लगी रही. भीड़ होने के कारण बस स्टैंड, कॉलेज चौक, स्टेशन चौक, कर्पूरी चौक एवं अन्य चौक – चौराहों पर जाम लगा रहा। खासकर कर्पूरी चौक एवं कॉलेज चौक पर सभी ओर से गाड़ियों का जमावड़ा लगा रहा। जाम लगने का मुख्यकारण यह है कि परीक्षा केंद्र के आस पास अभिभावक वाहन खड़े कर देते हैं। जिसके कारण परीक्षा शुरू होने से पहले तथा परीक्षा संपन्न होने के बाद परीक्षार्थियों का केंद्र में जाना और केंद्र से बाहर निकलना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके बाद उसी रास्ते से ऑटो, ट्रेक्टर या अन्य वाहनों का गुजरना सोने पर सुहागा जैसा काम किया। कई सेंटर की स्थिति ऐसी थी कि अभिभावक अपने वाहन को किसी निजी आवास या उनके गेट के सामने खरा कर दिया। जिसके कारण अभिभावक एवं स्थानीय निवासी में झड़प भी हो गई। जाम की स्थिति के कारण सड़कों पर पैदल चलने भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। एग्जाम में कई अधिकारियों के वाहन एवं एंबुलेंस भी घंटों फंसे रहे।
वहीं सदर एसडीएम वृंदा लाल, सिंहेश्वर वीडियो अजीत कुमार, सिंहेश्वर सीओ सहित स्थानीय लोगों के घंटों मशक्कत के बाद जाम से निजात दिलाया गया। हालांकि कई चौक चौराहों पर प्रशासन की मुस्तैदी के कारण लोगों को ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा। हर जगह हर सेंटर पर पुलिस बल तैनात होने के कारण कहीं भी अफरा-तफरी का माहौल नहीं रहा।
आकर्षण का केंद्र रहा जिले का मॉडल परीक्षा केंद्र
इंटर परीक्षा की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी जिला मुख्यालय स्थित केशव कन्या उच्च विद्यालय, शांति आदर्श मध्य विद्यालय, केवी विमेंस कॉलेज एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल स्थित मध्य विद्यालय बालक परीक्षा केंद्र आकर्षण का केंद्र रहा। इस परीक्षा केंद्र को मॉडल सेंटर बनाया गया. सेंटर को गुब्बारे एवं पोस्टरों से सजाया गया था। परीक्षा केंद्र हर तरफ से लुभावनी नजर आ रहे थे।
डीएम के आदेश पर तीनों परीक्षा केंद्र को केवल छात्राओं का सेंटर था. यहां सभी शिक्षक से लेकर पर्वेक्षक महिलाएं रही। वहीं इस मॉडल सेंटर पर केवल महिला पुलिस कांस्ट्रेबल की प्रतिनियुक्ति की गई। परीक्षा केंद्र चारों ओर से बैलून से सजा हुआ दिखा। मॉडल परीक्षा केंद्र पर कहीं कोई त्रुटि ना रह जाय इसलिए परीक्षा प्रारंभ होने से पहले जिले के सभी उच्चाधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग करते देखे गये। मैट्रिक परीक्षा में इस तरह से केंद्र की सजावट को देखकर परीक्षार्थी तथा अभिभावक खुश दिखाई दिये। परीक्षा केंद्र मॉडल सेंटर बनाने का मुख्य कारण यह है कि मैट्रिक परीक्षा परीक्षार्थियों के लिए पहली बोर्ड परीक्षा होती है। दूर दराज एवं ग्रामीण इलाके से आये छात्राओं के मन में परीक्षा का भय दूर रहे। जिला पदाधिकारी के आदेश पर कदाचारमुक्त परीक्षा एवं शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संचालन के लिए विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति की गयी। रिपोर्ट – चंचल कुमार, updated by gaurav gupta

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