गया- में माननीय डॉ प्रेम कुमार बिहार सरकार के मंत्री कृषि विभाग, गया ने परिसदन, गया में कृषि विभाग, गया के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, गया श्री अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि विगत दो दिनों से गया जिला में अच्छी वर्षा हुई है, जिससे सुखाड़ की स्थिति से राहत मिली है। उन्होंने बताया कि 28 जुलाई तक सामान औसत वर्षापात 404 मि०ली० के विरुद्ध 326 मि०ली० वर्षा हुई है। माननीय मंत्री महोदय ने इस अवसर पर पदाधिकारियों से निर्देशित किया की सभी पदाधिकारी प्रयास करें कि धान की शत-प्रतिशत रोपनी हो एवं जिन क्षेत्रों में धान की रोपनी नहीं हो सकती है वहां वैकल्पिक फसल लगवाना सुनिश्चित किया जाए। किसी भी परिस्थिति में किसानों के खेत खाली नहीं रहने चाहिए। साथ ही उन्होंने सभी पदाधिकारियों को कहा कि भविष्य में किसानों को सिंचाई के लिए वर्षा पर आश्रित ना रहना पड़े इसके लिए *प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना* अंतर्गत तैयार की गई जिला सिंचाई योजना के सभी घटकों पर आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाकर कार्य करना सुनिश्चित करें। गया जिला का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 4,93,774 हेक्टेयर है, जिसमें से 2,28,643 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि है, और जिसमें से 1,45,000 हेक्टेयर का सिंचित क्षेत्रफल है। जिला सिंचाई योजना के माध्यम से शत प्रतिशत भूमि को सिंचित क्षेत्र बनाया जाना है। उन्होंने उपनिदेशक (कृषि अभियंत्रण) भूमि संरक्षण गया श्री विजय प्रकाश को निर्देश दिया कि वह प्रयास करें कि अधिक से अधिक वर्षा के जल को खेतों एवं उसके आसपास रोकने की व्यवस्था हो सके, जिससे कि भूमिगत जल को रिचार्ज किया जा सके। इसके लिए आहर एवं तालाबों का जीर्णोद्वार किया जाना चाहिए एवं नये तालाब बनाए जा सके इसका विस्तृत सर्वेक्षण करा लिया जाए। साथ ही सिचाई के लिए जल उपयोग क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है एवं अधिक से अधिक किसानों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई योजना से जोड़ने एवं इस सिंचाई व्यवस्था को उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। बैठक में उपस्थित जिला अग्रणी प्रबंधक पंजाब, नेशनल बैंक गया श्री पोद्दार से कहा कि वे किसान क्रेडिट कार्ड कैंपों में संबंधित क्षेत्र की बैंक की भागीदारी सुनिश्चित कराएं एवं किसानों के उद्यान की परियोजना आधारित तथा कस्टम हायरिंग सेंटर के ऋण आवेदन को जल्द से जल्द निपटारा कराने हेतु कार्रवाई करें। सहायक निदेशक उद्यान गया श्री ओम प्रकाश मिश्रा को निर्देश दिया कि उद्यान विभाग द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने में सहायक 50 से ज्यादा योजनाएं चल रही है, परंतु जानकारी के अभाव में किसान उन योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हैं। अतः कार्य योजना बनाकर अधिक से अधिक किसानों को उद्यान विभाग के योजनाओं की जानकारी दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने रोड मैप 2017-22 में गया जिला के लिए चिन्हित विशेष फसल पपीता, पान एवं मशरूम के अलावा नींबू, आंवला, जामुन, बेल, बेर, ओल एवं शहद उत्पादन के कलस्टर बनाए जाने पर जोर दिया। साथ ही खेती से वर्तमान में वंचित भूमि पर तुलसी एवं लेमनग्रास लगाए जाने के लिए एवं किसानों को कलस्टर विकसित करने को कहा। बैठक में माननीय मंत्री के आप्त सचिव श्री मृत्युंजय कुमार, ओएसडी श्री नरेंद्र लोहानी, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) भूमि संरक्षण, उपनिदेशक (रसायन) मिट्टी जांच श्री कांत झा, सहायक निदेशक उद्यान गया श्री ओम प्रकाश मिश्रा, उप परियोजना निदेशक, आत्मा, गया श्री नीरज कुमार वर्मा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी श्री रविकांत एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।धीरज गुप्ता की रिपोर्ट, updated gaurav gupta

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