बनमनखी(पूर्णियां) – जीएलएम कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के पूर्णिया जिला प्रमुख डॉ. अनंत प्रसाद गुप्ता ने कला संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री बिहार सरकार श्री कृष्ण कुमार ऋषी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञात हो की दिनांक 06-08-2017 को डॉ. गुप्ता ने इसे पहले भी मंत्री को ज्ञापन सौंपा था। जिसके पश्चात बिहार विरासत समिति द्वारा इस स्थल का निरीक्षण भी किया जा चुका है। डॉ. गुप्ता ने पुरातत्व विभाग को दी जानकारी में बताया था कि सिकलीगढ़ का किला पर्यटन स्थल की हर अहर्ता को पूरा करता है। उन्होंने प्रह्लाद स्तंभ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह दस फीट ऊंचा एवं दस फीट मोटा गेहुंए रंग का स्तंभ है। यह लाल बलुआ पत्थर का बना है। उन्होंने कहा की पत्थर सम्राट अशोक के काल का है। सिकलीगढ़ क़िले का प्रत्येक भाग लगभग 25 फीट ऊंचा एवं सात सौ फीट लंबा है। यहा पाये जाने वाली चौड़ी ईंट विक्रमशिला की ईंट से मेल खाती प्रतीत होती है। उन्होंने कहा कि। यदि सिकलीगढ़ के टीले की खुदाई हो तो इसके भूगर्भ में छिपे कई तथ्य सामने आएंगे। जिससे सिकलीगढ़ का किला विश्व के मानचित्र पर उज़ागर हो जायेगा। कई राजवंशों के इतिहास को अपने में समेटे सिकलीगढ आज उद्दारकर्ता की बाट जोह रहा है। डॉ. गुप्ता ने मंत्री से आग्रह करते कहा कि सिकलीगढ़, धरहरा (बनमनखी) जो कई राजवंशों के इतिहास को अपने गर्भ में समेटे हुए है, को राजकीय धरोहर में शामिल कर इसे संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की कृपा करें। आपका यह सफल प्रयास इतिहास के अनछुए पहलुओं को उजागर कर बनमनखी को अंतरराष्ट्रीय फलक पर ला देगा तथा बनमनखी वासी सदैव इस कार्य के लिए आपका कृतज्ञ रहेंगे। इस मौके पर अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् के प्रदेश सह मंत्री शशि शेखर कुमार एवं प्रदेश एससी एसटी प्रमुख अशोक कुमार रजक उपस्थित थे। updated by gaurav gupta

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