कटिहार – बाबरी मस्जिद के मुद्दे को लेकर एसडीपीआइ के द्वारा आज काला दिवस मनाया गया। इसको लेकर एसडीपीआइ के कार्यकिर्ताओ ने जिला मसाहरणालय के सामने धरना प्रदर्शन किया और बाबरी मस्जिद के ढांचे को गिराने वाले आरोपीयो को शिघ्र से शिघ्र सजा देने की मांग की। अब्दुल रहमान ने कहा 1528 में बाबरी मस्जिद के निर्माण से 1883 तक मस्जिद के संबंध में कोई विवाद नहीं था कहीं किसी इतिहासकार ने यह नहीं लिखा कि वहां पर पहले कोई मंदिर था और उसको तोड़कर मस्जिद बनाई गई लेकिन आज भी लोगों के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रही है।हम इसको कामयाब होने नहीं देंगे हम मस्जिद के लिए अपने अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे जो लोग निवास स्थान पर विश्वविद्यालय बनाने का प्रभाव दे रहे हैं हम उसे और स्वीकार करते हैं हमारा मानना है कि वहां बाबरी मस्जिद थी और बाबरी मस्जिद ही रहना चाहिए। एसडीपीआइ के कार्यकर्ताओ का कहना था की मामला सर्वोच्च न्यायलय में लंबित है और जबतक न्यायालय का फैसला नही आ जाता तबतक लेागो को कोर्ट के न्याययलय के फैसले का इंतेजार करना चाहिए। वांलिटयर सदस्य – मो० जहाँगीर कटिहार

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