पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने कहा अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।

पूर्णिया। में लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनायें चिन्ता का विषय है। शहर के एक युवा व्यवसायी पर जानलेवा हमला निन्दनीय है। आज उर्स लाईन काॅन्वेन्ट रोड में भरी दोपहरी में एक युवक को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया, परसों पूर्णिया पूर्व के अन्देली हाट से पूरब पूर्णिया सीमा के पास एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, पिछले दिनों लालगंज मिल्की में भाजपा के एक कार्यकर्ता को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया, आखिर पूर्णिया में क्या हो रहा है, आमलोगों का जीना मुहाल हो गया है। आज फिर पूर्णिया तेजी से वर्ष 2004 के पूर्व वाली स्थिति में पहुँच गया है। लोगों को याद होगा कि जब मुझे पूर्णिया के नागरिकों ने 2004 में यहाँ का सांसद बनाया था तो यहां एक साथ कई नीजी संगठन अपने अपने ईलाकों में सामानान्तर सरकार चला रहे थे तब किस तरह मैने यहाँ के लोगों के सहयोग से शांति और अमन चैन बहाल करवाया था। लोग सुकुन की जिन्दगी जी रहे थे, छोटे-बड़े, ऊँच-नीच, जाति-साम्प्रदाय सभी तरह के भेद-भाव को भुलकर विकास की राह पर चल पड़े थे। सभी क्षेत्रों में आपसी विश्वास के साथ लोग रह रहे थे। एक वो भी समय था जब एक अदद सड़क निर्माण के लिए संवेदक नही मिल पा रहा था, जब विकास ने गति पकड़ी तो सभी ने विकास में अपना हाथ लगाया। पूर्णिया बिहार में हीं नही भारत के मानचित्र पर दिखने लगा। लोग खुश थे परन्तु पता नही पूर्णिया को किसकी नजर लग गई आज चहुंओर अराजक व्यवस्था बहाल हो गई है, सभी महकमा अपने दायित्वों का निर्वहन नही कर पा रहे हैं लेकिन मेरा मानना है कि सबसे पहले यहां के जनप्रतिनिधियों को सचेष्ट होकर आम आवाम के हित में अपने दायित्वों का मुस्तैदी से निर्भिकतापूर्वक निर्वहन करना चाहिए। यदि पहरेदार सजग होगा तो आम जनता स्वंय उठ खड़ी हो जायेगी। पूर्णिया में आज असामाजिक तत्वों के मन में पुलिस का खौफ नही रहा है। पुलिस अपनी तन्द्रा को तोड़े और तुरन्त अपराधियों को चिन्हित कर उस पर सख्त कार्रवाई करे। सभी लोग एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डालने में लगे हुए हैं। समय आ गया है यहां के लोगों को एक बार फिर नये सिरे से सोचना होगा, छोटी-छोटी बातों से ऊपर उठ कर एक दूसरे के लिए आगे आना होगा।ःःअनुभवीआंखें न्यूज के लिए बिट्टू कुमार के साथ गौरव गुप्ता की रिपोर्ट

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