पटना ।फतुहा के बीच बाजार में तथा अस्पताल के बगल में एटीएम के गेट पर सप्ताहों से एक बुजुर्ग भूखे प्यासे तड़प तड़प कर समय काट रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुजुर्ग धीरे-धीरे इतना कमजोर हो गया है कि अब बदन पर मक्खी भिन्न भिन्नाते को भी नहीं हटा सकता है। फतुहा ऐसा नहीं है कि जानवरों के रहने का स्थान है बल्कि फतुहा के प्रखंड विकास पदाधिकारी यहां रहते हैं और ऐसी स्थिति में उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारीभी है कि ऐसे सहारा हीन बुजुर्ग के लिए आवास व भोजन की व्यवस्था मुहैया की जाय।

इसी तरह फतुहा धरती के मालिक अंचलाधिकारी ऐसे स्थिति में इनकी भी सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है। इसी तरह फतुहा के थानाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है। और तो और इसी तरह सभी दलों के नेताओं की भी जिम्मेदारी है तो इसी तरह पत्रकारों की भी जिम्मेदारी है कि फोटो सहित सभी अखबारों में प्रकाशित कर दे। बहरहाल एक बुजुर्ग जीवन के आखिरी पल भूख प्यास से तड़प कर खूले आसमान के नीचे मरने को मजबूर हैं। ःअनुभवी आंखें न्यूज के लिए लक्ष्मी नारायण सिंह की रिपोर्ट।

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