मऊरानीपुर (झाँसी)- नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गणतन्त्र दिवस की तैयारियाँ जोरमजोर देखी जा रही है। जो 26 जनवरी के रुप में पूर्ण देखी जायेगी। सरकारी कार्यालयों में जोरदार तैयारियाँ चल रही है। वही स्कूलों में भी साँस्कृतिक कार्यक्रम के टीचर भी बच्चों को गणतन्त्र दिवस (26 जनवरी) की तैयारियाँ जोरमजोर करा रहे है। जिससे बच्चे गणतन्त्र दिवस के रुप में अपनी- अपनी प्रतिभा का परिचय दे सके। बच्चे कार्यक्रम में भाग लेने के लिये अपने घरों पर भी तैयारियों में लगे हुये है। स्कूलों में जिस तरह से तैयारियाँ चल रही है उससे तो ये लग रहा है कि इस वर्ष हर वर्ष से भी अधिक तैयारियों के साथ गणतन्त्र दिवस का राष्ट्रीय ध्वज नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे फहराया जायेगा। और इस ध्वज का सम्मान पूरा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग करेगें। बच्चे अपने- अपने साँस्कृतिक कार्यक्रमों के टीचरों से कार्यक्रम की तैयारियाँ करते हुये घर पर भी उसका काफी प्रयास करते हुये 26 जनवरी को गायन एवं वादन के साथ अपने ध्वज का सम्मान बढायेगें। नन्हे मुन्नें बच्चे पोयम सीख रहे है तो बडे बच्चे साँस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियों में लगे हुये है। इसी के साथ सरकारी कार्यालयों में भी गणतन्त्र दिवस की काफी तैयारियाँ नगर में देखी जा रही है। साथ ही गणतन्त्र दिवस को भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता है। गणतन्त्र दिवस का दिल्ली में काफी उत्साह देखने को मिलता है। इसके बाद समस्त स्थानों पर विभाग का मुख्य व्यक्ति ध्वज को फहराता है। विभागों में निरीक्षक एवं प्रभारी ध्वज को फहराते है। गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी 1951 से प्रारम्भ हुआ था। यही 26 जनवरी का पर्व ग्रेगोरी कलैण्डर के अनुसार वर्ष का 26 वाँ दिन माना गया है। इससे यह अन्दाजा लगाया जाता है। कि वर्ष में अभी 339 दिन बाकी है। भारत में गणतन्त्र दिवस कहा जाता है तो ऑस्ट्रेलिया में इस दिन को ऑस्ट्रेलिया दिवस के रुप में मनाते है। पूरे नगर में दिख रही 26 जनवरी की तैयारियाँ। रिपोर्ट_सौरभ भार्गव अनुभवी आँखें न्यूज मऊरानीपुर

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