चौसा(मधेपुरा) -मधेपुरा,पूर्णिया,भागलपुर एवं खगड़िया जिले के सीमावर्ती कोसी दियारा का आतंक माने जाने वाला कुख्यात अपराधी सुदामा यादव को बीती रात छापामारी कर उदाकिशुनगंज अनुमंडल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने सुदामा यादव को उनके सहयोगी मिथुन कुमार के साथ गिरफ्तार किया है। जिसके पास से दो देसी पिस्तौल,दो देसी मास्केट और 25 जिंदा गोली बरामद किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुदामा यादव अपने घर मधेपुरा जिला के धुरिया सौतारी में अपने कुछ सहयोगी के साथ किसी घटना को अंजाम देने के लिए प्लान कर रहे थे और इसकी सूचना चौसा पुलिस को दी गई। फिर क्या था चौसा पुलिस ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक मधेपुरा को दिया। पुलिस अधीक्षक मधेपुरा ने अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक सीपी यादव के नेतृत्व में पुलिस छापामारी दस्ता का गठन किया गया। जिसमें चौसा थाना के थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह,आलमनगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार,फुलौत ओपी अध्यक्ष महेश कुमार रजक, उदाकिशुनगंज थाना के फारूक अली,पुलिस बल जयप्रकाश कुमार सिंह,मिथिलेश कुमार सिंह, गुड्डू कुमार, ग्रामीण पुलिस मृत्युंजय कुमार,मनोज कुमार पासवान, श्यामदेव पासवान को टीम में शामिल किया गया।बीती रात घनघोर बारिश होने के बावजूद भी पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और सुदामा यादव की घेराबंदी की। घेराबंदी के दौरान सुदामा यादव और उसके सहयोगी मिथुन यादव को पुलिस गिरफ्त में लिया गया।उसके पास से ही दो देसी पिस्तौल,दो देशी मास्केट और 25 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।
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कुख्यात अपराधी सुदामा यादव कई कांडों के आरोपित एवं वांछित अपराधी थे।सुदामा की गिरफ्तारी पुलिस के लिए महत्वपूर्ण है।कई और अपराधी हैं जिसकी गिरफ्तारी की जाएगी।अपराधी से पुलिस निपटने में सक्षम हैं।वे समाज की मुख्यधारा आ जायें नही तो पुलिस से बच पाना मुश्किल है।अपराधी घटना को अंजाम देकर कानून से बचने के लिए दूसरे जिले में जाकर छिप जाते हैं। ऐसे अपराधियों को पहचान कर पकड़ने के लिए सीमावर्ती जिले के पुलिस से सहमती बनी। विशेष गश्ती कर दूसरे जिले की पुलिस से संबंध स्थापित कर फरार व दागी वारंटी को पकड़ने को कहा गया। क्षेत्र में अपराध को रोकने के लिए पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।सुदामा यादव गिरफ्तारी में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।

संजय कुमार
पुलिस अधीक्षक,मधेपुरा

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अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक सीपी यादव ने चौसा थाना में प्रेस वार्ता कर बताया कि कुख्यात अपराधी सुदामा यादव मधेपुरा,पूर्णिया एवं भागलपुर जिले में हत्या,लूट, अपहरण जैसे संगीन दर्जनों मामले दर्ज हैं। सुदामा यादव पर चौसा थाना में 12,बिहारीगंज थाना में एक और पूर्णिया जिले के भवानीपुर में एक मामले दर्ज हैं।सुदामा यादव वर्षों से फरार चल रहे थे। पुलिस को लंबे दिनों से इसकी तलाश थी।उन्होंने बताया कि अपराधी सुदामा यादव की गिरफ्तारी से कोसी दियारा क्षेत्र में अपराध कम होगा।इस उपलब्धि के लिए अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक ने चौसा थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह को धन्यवाद दिया है।
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आतंक का पर्याय सुदामा यादव मधेपुरा जिला के चौसा थाना में 12 बिहारीगंज में एक पूर्णिया जिले के भवानीपुर थाना में एक अपहरण, हत्या,डकैती जैसे संगीन मामले दर्ज हैं।जिसमें से भादवि की धारा 147/ 341/ 342/ 323/379/448 के तहत चौसा थाना कांड संख्या 56/01, भादवि की धारा 302/34,27 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 62/1,भारतीय दंड विधान की धारा 302,34,27 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 59/2002,भादवि धारा 302,34,27 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या03/2003, भादवि की धारा 341,342,323,386 के तहत चौसा थाना कांड संख्या54/2003, भाविदा की धारा 25,26,35 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 55/2003, भादवि की धारा 302,34,37 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 78/2003,भादवि की धारा 147,148,149,307,307,353,37 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 6/2004, भादवि की धारा 364,34 के तहत चौसा 47/2004,भादवि की धारा 25,26आर्म्स एक्ट के तहत भवानीपुर थाना कांड संख्या 3/2003, भादवि की धारा 341,323,307,504,506,34 एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 34/2013भादवि की धारा 25 26 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 62/2013, भादवि की धारा 414,26,35 आर्म्स एक्ट के तहत चौसा थाना कांड संख्या 171/2014,भादवि की धारा 364,34 के तहत चौसा थाना कांड संख्या 47/2004,भादवि की धारा 302,201,120,34 के तहत बिहारीगंज थानाध्यक्ष 108/14 मामले दर्ज हैं।

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कुख्यात अपराधी सुदामा यादव वर्षों पूर्व नक्सली गिरोह का मुख्य सरदार माना जाता था। बाद के दिनों में नार्थ बिहार लिबरेशन आर्मी के सदस्य बने। जो सुपारी किलर के नाम से प्रचलित था।किसी की भी हत्या करनी हो तो सुदामा यादव को लोग सुपारी देते थे और यह आराम से उसकी हत्या कर दिया करते थे ।कोसी दियारा क्षेत्र में सुदामा यादव का एक आतंक था। सुदामा यादव मकदुमपुर के पूर्व मुखिया रामचंद्र मंडल और राजद नेता प्रमोद कुमार यादव की हत्या में भी शामिल था ।जिसे लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया था। इन दिनों सुदामा यादव अपने गांव में भी खुलेआम हथियार लेकर के प्रदर्शन किया करते थे ताकि कोई भी लोग इन के डर से मुंह ना खोल पाए।

रिपोर्ट – संजय कुमार सुमन/मधेपुरा updated gaurav gupta

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