*सुल्तानपुर:कादीपुर= सरकार द्वारा अंधाधुन पैसा खर्चा करने के बावजूद जब काशी में गंगा जी मैली रह गई। तो कादीपुर निराला नगर में गुड़िया तालाब स्वक्छ कैसे रह सकता है मोदी जी का सपना आखिर कार उनके अधिकारी एवं कर्मचारी क्यों चूर करने में लगे हैं निरंतर धन की उगाही करने में जुटे हैं लेकिन भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए हमारे सूबे की सरकार विफल क्यों क्योंकि अधिकारी भी निरंतर मोतीचूर लड्डू की तरह आपस मे मिल बाटकर कर खा चुके हैं तो जाँच कैसे होगी रिपोर्ट कैसे लगेगी दो बिसवा तालाब सुंदरी करण के नाम पर सरकार से 35 लाख 61 हजार रुपए का लागत दिखाकर धन की उगाई मिट्टी पाटकर कर ली गई तालाब को सुंदर करने के लिये

जिस तरह से पैसे का उपयोग किया गया है उस तरह की सुंदरता कहीं भी किसी भी एंगल से नहीं है नगर पंचायत अध्यक्ष से लेकर सभी अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्टाचार में संबंधित हैं। आखिरकार आला अधिकारी चुप क्यों बैठे है। क्योंकि इस भ्रष्टाचार को देखते हुए यह लगता है कि बड़े अधिकारियों की भी कहीं ना कहीं संलिप्तता है। सरकार और जनता के बीच इस बात की लड़ाई है कि सरकार भ्रष्टाचार को कैसे खत्म करेगी या अपने नेताओं पर किस तरह लगाम लगाती हैं या फिर अधिकारियों को किस प्रकार की सजा देतीे हैं। क्या जनता को ना दिला कर उसे संतुष्ट कर पाती है।

रिपोर्ट दिग्विजय कुमार मिश्रा सुल्तानपुर, Updated by Gourav gupta

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