कांडी(झारखंड) -प्रखण्ड क्षेत्र के कांडी के ग्रामीण सोमवार से ही आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।आक्रोश ग्रामीणों में झलक रहा है कि आजादी के बाद कांडी प्रखण्ड में बिजली का केवल नाम आया,बिजली नहीं आयी। ग्रामीणों ने ग्रिड के मुख्य गेट में जड़ दिया ताला। ग्रिड होने के बावजूद भी बिजली से लोग वंचित रह रहे हैं तो फिर ग्रिड का होना या न होना बराबर है।

बताते चलें कि कांडी प्रखण्ड आज भी ढिबरी युग मे रहने पर विवश है।नेताओं के द्वारा लंबे-लंबे भाषण से बौछार कर दिया जाता है,किन्तु सारे कार्य अधूरे पड़े हैं।बिजली प्रखण्ड वासियों की एक बड़ी स्वप्न्न है।

कई पंचायतों,कई गांवों में पोल भी नहीं तो कहीं वायरिंग नहीं। फिर भी कांडी के ग्रामीणों ने गांव में बांस के खूंटे डंडे के सहारे पर बिजली का तार कनेक्शन लिया।इस उम्मीद से घर-घर बिजली जलना प्रारम्भ हो जाए।किन्तु बिजली नहीं दी जा रही।

आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा ग्रिड कर्मी से पूछा कि बिजली क्यों नहीं दी जा रही है,तो जबाब मिलता है कि गढ़वा से जब अधिकारी बिजली देने को कहेंगे तभी बिजली मिलेगी। बिजली की चाहत में सैकड़ों ग्रामीणों के द्वारा सोमवार से ही धारणा प्रदर्शन किया जा रहा है। चौथे दिन देखा कि कोई प्रतिक्रिया दिखाई नहीं देती।इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्रिड में जड़ दिया ताला। जब तक नहीं मिलेगी बिजली।धारणा जारी ही रहेगा। कोई अप्रिय घटना न हो मौके पर एसआइ जैन शर्मा दल बल के साथ मौजूद थे।संवाददाता-विवेक चौबे, updated by gaurav gupta

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