एक घर में 11 शवः क्राइम ब्रांच ने कहा, तंत्र-मंत्र की तरफ इशारा कर रहे सबूत

Updated Jul 1, 2018, 10:58 PM IST

नया अपडेट प्रिंस जैसवाल के शाथ Delhi क्राइम रिपोर्टर

नई दिल्ली
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भाटिया परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अब इस केस की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने ऐसा दावा किया है कि उन्हें घर से कुछ नोट्स मिले हैं जो इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि उनकी मौत तंत्र-मंत्र के चक्कर में हुई है। हाथ से लिखे नोटों में कहा गया है ‘मानव शरीर अस्थायी है और अपनी आंखें और मुंह बंद करके डर से उबरा जा सकता है।’

जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) आलोक कुमार ने बताया, ‘केस हमें (क्राइम ब्रांच) सौंप दिया गया है और हमने साइट का निरीक्षण किया है। वहां से हस्त लिखित नोट्स मिले हैं, जो इस तरफ से इशारा कर रहे हैं कि उनकी मौत तंत्र-मंत्र के कारण हुई है।’ उन्होंने बताया , ‘हमें हाथ से लिखे नोट मिले हैं जिनमें विस्तार से बताया गया है कि हाथ और पांव किस तरह बांधे जाएं और लगभग उसी तरह से 10 लोगों के शव बरामद किए गए। काफी लंबे नोट हैं और हम उनका अध्ययन कर रहे हैं।’

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बताया कि घर की जांच के दौरान उन्हें हाथ से लिखे कुछ नोट मिले हैं जो इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि पूरा परिवार किसी तरह का तंत्र-मंत्र या रहस्यमय काम किया करता था। पुलिस ने आगे बताया कि संयोगवश जो नोट्स मिले हैं उनमें वैसी ही समानता दिख रही है जैसे कि मृतकों के शव मिले हैं (मुंह, आंखों और हाथों पर पट्टियां बंधी हुईं)। मामले की इस एंगल से भी जांच की जा रही है।
राजस्थान का रहने वाला था परिवार
बुराड़ी के संत नगर इलाके में रविवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई थी जब दो भाइयों ललित और भवनेश भाटिया सहित उनके परिवार के 11 सदस्यों का शव बरामद किया गया। यह परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला था। यह परिवार संत नगर में ग्रॉसरी शॉप और प्लाइवुड का बिजनस करता था।

ऐसे मिली घटना की जानकारी
हर दिन की तरह सुबह 6 बजे जब ग्रॉसरी की दुकान नहीं खुली जिसके बाद सुबह करीब 7:30 बजे एक पड़ोसी परिवार को देखने के लिए उनके घर गया। दरवाजा खुला पड़ा था और अंदर का मंजर भयानक था। पड़ोसी ने तुरंद पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस के मुताबिक एक बुजुर्ग महिला अपने दो बेटों के 11 लोगों के परिवार के साथ करीब दो दशकों से यहीं रह रहीं थीं। उनका एक तीसरा बेटा चित्तौड़गढ़ में रहता है। बुजुर्ग महिला की एक विधवा बेटी (58 साल) भी उनके साथ रहती थी।

मृतकों के हाथ बंधे थे, आंखों पर थी पट्टी
पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा हुआ मिला, जबकि बाकी 10 मृतकों की आंखों पर पट्टी बंधी मिली और वे रेलिंग से लटके मिले। मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटों भवनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि भवनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), नीतू (25), और ध्रुव (15) भी मृत पाए गए हैं। ललित की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्षीय बेटा शिवम भी मृत पाया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी फंदे से लटकी मिली। उसकी पिछले महीने सगाई हुई थी और साल के अंत में शादी होने वाली थी।

‘आप नहीं देख पाओगे यह नजारा’
पड़ोसी बुजुर्ग गुरचरण का कहना है कि जब वह इनके घर में घुसे तो जो नजारा सामने था, उसे देखकर उनके पैरों की जमीन खिसक गई। वह जो देख रहे थे, उसे देखकर उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। सभी लोग वहां जाल पर लटके हुए थे। उनके साथ 70 साल की इनकी एक और पड़ोसी रामवती भी आ रही थीं। जिन्हें उन्होंने रास्ते में ही सीढ़ियों पर रोक दिया और कहा कि ‘यहां जो मैं देख रहा हूं आप इसे नहीं देख पाओगी। आप अंदर मत आना। अंदर का नजारा बहुत खतरनाक है।’

नोटबंदी में की थी लोगों की मदद
नोटबंदी के वक्त मोहल्ले के कुछ लोगों पर पैसों की तंगी हो गई थी। तब इस परिवार ने लोगों को उधार माल देकर उन्हें समस्या में फंसने से बचाया था। परिवार धार्मिक प्रवृत्ति का था और दुकान पर हर दिन बोर्ड पर नया सुविचार घर की बहू लिखा करती थी। वह अपनी परचून दुकान पर बीड़ी-सिगरेट और गुटखा कुछ नहीं बेचते थे। यहां तक की अगर कोई इनसे गुटखा बेचने की सलाह भी देता था। तो यह परिवार उसे बड़े प्यार से समझाते थे कि यह सब

शरीर के लिए हानिकारक है। रिपोर्ट ःप्रिंस कुमार

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